बिहार(BIHAR): बिहार के मुज्जफरपुर से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया हैं. जहां शुक्रवार को एक किसान इसांफ की उम्मीद लिए जनता दरबार में शामिल होने गया था. लेकिन उसे इसांफ नही मिला. दरअसल 4 साल से अपनी भूमी के विवाद में लड़ रहे किसान ने आत्महत्या करने की कोशिश किया.
4 साल से चल रहा था भूमी विवाद
बता दे कि समाहरणालय में चल रहे जनता दरबार के बीच शुक्रवार को हाईवोल्टेज ड्रामा के साथ एक किसान ने भूमि विवाद का निपटारा नही होने को लेकर डीएम के सामने ही खुद के उपर ही पेट्रोल छिड़क कर आत्मदाह करने का प्रयास किया. हालांकि मौके पर वहां मौजूद पुलिसकर्मी और लोगों ने आग बूझा कर तत्काल सदर अस्पताल में लाकर भर्ती करवाया गया जहा उनका इलाज किया जा रहा है.घायल किसान का इलाज कर चिकित्सक ने बताया की 50 फिसदी शरीर का हिस्सा जला हुआ हैं.
जनता दरबार में किसान ने की आत्महत्या की कोशिश
घटना के बारे में बताया जा रहा है कि कांटी थाना क्षेत्र में रहने वाले बिंदा लाल राय समाहरणालय सभागार के मुख्य गेट के अंदर घुस कर खुद के उपर पेट्रोल डालने लगा इस बीच लोगों ने उसे समझाने का भी प्रयास किया लेकिन किसान ने किसी की कुछ नही सुनी जिसके बाद कुछ सोचे समझे खुद को आग के हवाले कर दिया. अचानक हुई इस घटना में वहां मौजूद सभी लोगों ने शरीर में लगी आग को बुझाने का प्यास कर उन्हें सदर अस्पताल पहुंचाया.इस घटना में बचाने वाले कई लोगों का हाथ भी झुलस गया है जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद बिंदा लाल राय को एसकेएमसीएच के बर्न वार्ड में रेफर कर दिया गया. सदर अस्पताल के अधिक्षक बाबू साहब झा ने बताया कि घायल व्यक्ति के शरीर का 50प्रतिशत भाग जला है.
एसपी ने लिया मामले का जायजा
इस बीच सदर अस्पताल पहुंचे एसपी टाउन भानु प्रताप सिंह ने बताया कि आज जिलाधिकारी का जनता दरबार लगा हुआ था. जिसमें कांटी के बिंदा लाल राय का जमीनी विवाद के निपटारे का मामला पूर्व से ही चल रहा था. जिसके बाद 4 सालों से अपने विवाद का निपटारा न मिलने पर उसने पेट्रोल डाल कर आत्मदाह का प्रयास किया. जिसके बाद पुलिसकर्मी और स्थानीय लोगों के द्वारा उसे बचा कर सदर अस्पताल लाया गया है.जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए एसकेएमसीएच के बर्न वार्ड में रेफर कर दिया गया है.
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