पटना(PATNA): बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने जब से बिहार में जातीय गणना करने की शुरुआत की. तब से लगातार इसको लेकर बवाल मचा था. विपक्षी पार्टी बीजेपी इसको लेकर लगातार नीतीश पर हमला कर रही थी. और इसकी रोक की मांग कर रही थी. हजारों हंगामे के बाद आखिरकार गुरुवार 4 मई को जातीय गणना पर पटना हाईकोर्ट ने रोक लगा दी.
बिहार में जातीय गणना पर पटना हाईकोर्ट ने लगाया रोक
चीफ जस्टिस विनोद चंद्रन की बेंच ने आदेश दिया है कि गणना तत्काल रोक दिया जाए. जिसके बाद से अब राज्य में किसी तरह की कोई गणना नहीं की जाएगी. और अभी तक का जो डाटा है उसे भी पब्लिक डोमिन में लाने से मना कर दिया गया है. वहीं हाईकोर्ट के इस आदेश को लेकर राजनीतिक दलों में अलग जंग छीड़ गई है. राजद सुप्रीमों लालू यादव ने बीजेपी पर जोरदार हमला बोला है.
जातिगत जनगणना बहुसंख्यक जनता की मांग है-लालू
राजद सुप्रीमो लालू यादव ने ट्वीट कर कहा है कि, जातिगत जनगणना बहुसंख्यक जनता की मांग है. और यह होकर रहेगा. बीजेपी बहुसंख्यक पिछड़ों की गणना से डरती क्यों है ? जो जातीय गणना का विरोधी है. ये लोग समता, मानवता, समानता का विरोधी और ऊंच-नीच, गरीबी, बेरोजगारी, पिछड़ेपन, सामाजिक और आर्थिक भेदभाव का समर्थक है. देश की जनता जातिगत जनगणना पर BJP की कुटिल चाल और चालाकी को समझ चुकी है.
4+