पटना(PATNA):शुक्रवार को बिहार विधानसभा के मॉनसून सत्र का पांचवां और आखिरी दिन था. लेकिन कार्यवाही शुरू होते ही विधानसभा में बीजेपी विधायकों ने हंगामा करना शुरु कर दिया. बीजेपी सरकार के खिलाफ काला दिवस मना रही थी. बीजेपी के विधायक ने सदन के अंदर काला गमछा दिखाना शुरू कर दिया.
हंगामें की भेंट चढ़ा मॉनसून सत्र का आखिरी दिन
बीजेपी विधायक नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के खिलाफ सदन के अंदर ही जमकर नारेबाजी करने लगे. जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने लालगंज विधायक संजय सिंह को मार्शल आउट करवाने का निर्देश जारी किया. इससे पहले भाजपा विधायकों के मुंह पर काली पट्टी है, और हाथों में सरकार विरोधी तख्तियां लेकर विधानमंडल में हंगामा करते हुए नजर आए.
बीजेपी विधायक हुए मार्शल आउट
विपक्ष के हंगामे को देखते हुए सदन को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया. वहीं कार्यवाही शुरू होने के पहले ही सदन के बाहर बीजेपी के विधायक इकट्ठा हो गये. और पुलिस की बर्बरता को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करनी शुरू कर दी. जिसके बाद बीजेपी के सभी विधायकों ने विधानसभा के परिसर के अंदर ही प्रतिकार मार्च निकाला.
नीतीश कुमार ने कहा विजय कुमार सिंह की मौत लाठीचार्ज से नहीं हुई
सदन में हंगामे के बाद बीजेपी के सभी नेता मृतक विजय कुमार सिंह के दाह संस्कार में शामिल हुए. वहीं शहीद विजय कुमार सिंह के नारे लगाए गए. उसके बाद एनडीए के नेता राजभवन मार्च करके राज्यपाल से मुलाकात की, और कल हुई सारी घटनाओं को लेकर राज्यपाल को अवगत कराया. बिहार सरकार की माने तो बीजेपी नेता विजय सिंह की मौत हंगामे या फिर लाठीचार्ज की वजह से नहीं हुई है. विजय सिंह की मौत हार्ट अटैक आने से हुई है. तेजस्वी यादव की माने तो नकारात्मक राजनीति नहीं होनी चाहिए. सरकार का भी मानना है, कि विजय कुमार सिंह पटना के डाकबंगला चौराहे पर नहीं पहुंचे थे, और जब वो वहां पहुंचे ही नहीं, तो उन पर लाठीचार्ज कैसे हो गया.
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