पटना(PATNA):बिहार में इनदिनों दो पूर्व मुख्यमंत्री के बीच जुबानी जंग तेज है. गड़ेरिया बनाम मुसहर के विवाद से बिहार की राजनीति गर्म है. केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बीच अब जाति को लेकर जुबानी जंग छिड़ चुकी है. पहले जीतन राम मांझी ने लालू यादव की जाति पर निशाना साधा था तो अब राजद सुप्रीमो ने पलटवार किया है. केंद्रीय मंत्री मांझी द्वारा लालू प्रसाद यादव को गड़ेरिया कहे जाने से नाराज लालू यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि तो ऊ मुसहर है क्या?
पढ़ें क्यों बढ़ा लालू प्रसाद यादव और जीतन राम मांझी में विवाद
दरअसल, 17 सितंबर को दिल्ली के नए मुख्यमंत्री आतिशी के नाम की घोषणा के बाद केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा था कि राबड़ी देवी मुबारक हो इसके बाद पार्टी प्रवक्ताओं ने मांझी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. जीतन राम मांझी यही नहीं रुके.19 सितंबर को नवादा अग्निकांड को लेकर अपने सोशल मीडिया x पोस्ट किया और बयान के माध्यम से विपक्षी दलों के गुंडे हमारे घर, दरवाजों को तोड़ सकते हैं पर हमारे लोगों का हौसला नहीं तोड़ सकते. घर जलाने वाले यादव समाज के लोग हैं जो लोग घर जलाने वाले संरक्षक लालू पाल (गरेड़ी) जी आप राजनीति के लिए अपनी जाति छुपा सकतें हैं, पर हम नहीं. उसी दिन बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी केंद्रीय मंत्री के बयान पर पटवार करते हुए जीतन राम मांझी को जीतन राम शर्मा कहा दिया था.
गड़रिया कहे जाने से नाराज लालू यादव ने जीतन राम मांझी पर किया पलटवार
25 सितंबर को जीतन राम मांझी दिल्ली से पटना पहुंचे एयरपोर्ट पर एक बार फिर लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधते हुए कहा हम गर्व से कहते हैं कि हम मुसहर हैं. लालू जी में हिम्मत है तो वह भी कहकर दिखाएं कि हम गरेड़ी हैं. जीतन राम मांझी के इस बयान दिल्ली से पटना पहुंचे लालू यादव ने भी पलटवार कहा ऊ मुसहर है क्या. आपको बताये कि लालू प्रसाद यादव बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं. केंद्र में केंद्रीय मंत्री का भी पद संभाल चुके हैं,तो वही जीतन राम मांझी भी बिहार के मुख्यमंत्री का कुर्सी संभाला चुकी है, फिलहाल अभी केंद्र में जीतन राम मांझी केंद्रीय मंत्री के रूप में कुर्सी संभाल रहे हैं.
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