टीएनपी डेस्क(TNP DESK): 2025 में बिहार विधानसभा का चुनाव होनेवाला है. जिसकी तैयारी को लेकर सभी राजनीतिक दल जुट गए हैं. वहीं बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी अब 2025 की मंजिल साधने की तैयारी में हैं. नीतीश कुमार ने बिहार की महिला मतदाताओं को टारगेट करने के लिए महिला संवाद यात्रा का ऐलान किया है, जिसके बाद बिहार की राजनीतिक गलियारों में इसकी खूब चर्चा हो रही है.एक तरफ जहां विपक्षी पार्टियां सीएम नीतीश कुमार को घेरने में लगी हैं, तो वहीं दूसरी तरफ कई नेता इस पर विवादित बयान भी दे रहे हैं.
महिला संवाद यात्रा के पीछे सीएम नीतीश कुमार का मकशद काफी बड़ा है
आपको बताये कि जब से सीएम नीतीश कुमार ने महिला संवाद यात्रा का ऐलान किया है तब से बिहार की राजनीति गरमाई हुई है, एक तरफ जहां नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस यात्रा के खर्च पर सवाल उठाया है, तो वहीं दूसरी तरफ राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने यहां तक कह दिया है कि नीतीश कुमार महिलाओं से संवाद करने नहीं, आंख सेंकने जा रहे है. चलिए ये तो पक्ष विपक्ष की बात हो गई, लेकिन अगर सही मायने में इस यात्रा की बात करें, तो इसके पीछे नीतीश कुमार का मकसद बहुत बड़ा माना जा रहा है.
इस यात्रा से 48% महिला वोटरों को साधने की कोशिश
आपको बताये कि बिहार में 48% महिला मतदाता हैं, जो किसी भी सरकार को गिराने और बनाने की ताकत रखती हैं. अब तक नीतीश कुमार आठ बार बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले चुके हैं. वहीं 9वीं बार भी मुख्यमंत्री की सीट को गंवाना नहीं चाहते हैं, यही वजह है कि वो आधी आबादी के जरीये अपनी जीत सुनिश्चित करना चाहते हैं.नीतीश कुमार को यह अच्छी तरह से पता है कि वो जितनी बार भी सीएम बने हैं, इसमें महिलाओं की मुख्य भागीदारी रही है. अगर वे आधी आबादी को नाराज करते हैं तो फिर उनकी नैया डूब जाएगी लेकिन अगर वो आधी आबादी को साथ लेकर चलते हैं तो फिर कोई भी उनकी नैया डूबा नहीं सकता है.इसको ध्यान में रखते हुए नीतीश कुमार ने महिला संवाद यात्रा का निर्णय लिया है.
कई मायनों में खास है ये यात्रा
आपको बताएं कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार का किसी यात्रा पर निकलना कोई बड़ी या नयी बात नहीं है, अब तक वे 14 यात्राएं कर चुके हैं,लेकिन 2025 के चुनाव से पहले महिला संवाद यात्रा पर निकलने के पीछे नीतीश कुमार का मकसद काफी बड़ा है. महिला संवाद यात्रा सभी यात्राओं से अलग और खास है.आपको बताये कि शुरू से ही नीतीश कुमार ने महिलाओं के लिए कई कल्याणकारी और लाभकारी योजनाओं की शुरुआत की है.वहीं बिहार में शराब बंदी जैसा बड़ा फैसला नीतीश कुमार ने महिलाओं के हित और कहने पर ही लिया था. जिसका फायदा उन्हें पिछले कई चुनाव में मिल चुका है.नीतीश कुमार किसी कीमत पर महिलाओं को नाराज नहीं करना चाहते हैं ऐसा माना जा रहा है कि इस यात्रा के दौरान नीतीश कुमार महिलाओं के लिए कोई बड़ा ऐलान कर सकते हैं.
पढ़ें क्या है यात्रा का उदेश्य
अब जान लेते हैं कि इस यात्रा से महिलाओं को क्या लाभ होगा तो आपको बताएं कि इस यात्रा के दौरान सीएम नीतीश कुमार बिहार के अलग-अलग जिलों में जाकर महिलाओं के लिए सरकार की ओर से चलाई जा रही कल्याणकारी और लाभकारी योजनाओं के बारे में जानकारी देंगे, इसके साथ ही महिलाओं को और किस चीज की जरूरत है या उनके लिए और सरकार और क्या बेहतर कर सकती है इसके बारे में भी महिलाओं से जानेंगे. राजनीति विश्लेशकों की माने तो 2025 के विधानसभा चुनाव के पहले इस यात्रा पर नीतीश कुमार का निकलना पूरी तरह से कोर मतदाताओं यानि महिला मतदाताओं में बिखराव को रोकना है.
शुरु से नीतीश कुमार की समर्थक रही हैं महिलाएं
आपको बताये कि नीतीश कुमार ने बिहार की महिलाओं के लिए कई लाभकारी योजनाओं की शुरुआत की है, जिसकी वजह से यहां की महिला मतदाता नीतीश कुमार को काफी ज्यादा पसंद करती हैं. साल 2010 से 2015 तक के चुनाव की बात करें, तो सीएम नीतीश कुमार को सभी जाति की महिला मतदाताओं का समर्थन मिला, जिसकी वजह से वे सीएम की कुर्सी पर बैठें. महिला संवाद यात्रा से पहले नीतीश कुमार संकल्प यात्रा, जल जीवन हरियाली यात्रा, विश्वास यात्रा, संपर्क यात्रा के साथ कई यात्राओं पर निकल चुके हैं.
इस यात्रा का कितना लाभ मिलेगा ये चुनाव के नतीजे ही बतायेंगे
आपको बताये कि इस यात्रा के दौरान सीएम नीतीश कुमार महिला सशक्तिकरण और उनके आर्थिक विकास पर फोकस करने की कोशिश करेंगे, क्योंकि बिहार की 48 प्रतिशत आबादी महिला वोटर हैं, जो किसी भी नेता और पार्टी की जीत और हार का तख्ता पलट कर सकती है.अब इस यात्रा का कितना फायदा सीएम नीतीश कुमार और महिलाओं को मिलता है आनेवाला विधानसभा चुनाव के नतीजे तय करेंगे.
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