हाजीपुर(HAJIPUR):बिहार के शिक्षा महकमे की फुल प्रूफ सिस्टम में एक बार फिर से सेंध लग गई है, और बिहार में इंटर परीक्षा और नतीजों में बड़े घोटाले का खुलासा हुआ है . बुधवार को विभाग और सिस्टम में इंटर परीक्षा के नतीजों के महीनों बाद परीक्षा के नतीजों में भारी गड़बड़ी की बात सामने आई है. इसका खुलासा तब हुआ जब मार्च में इंटर परीक्षा के नतीजों के महीनों बाद शिक्षा विभाग ने परीक्षा घोटाले और कॉपियों में हेरफेर को लेकर FIR दर्ज कराई है.
बिहार के फुल प्रूफ शिक्षा महकमे में फिर सेंधमारी
वहीं हैरत इस बात की है कि रिजल्ट में घोटाला उस सिस्टम में सेंधमारी कर की गई है. जिस सिस्टम को फुल प्रूफ किया गया था. दरअसल परीक्षा देने वाले छात्रों की कॉपियों के मूल्यांकन और पहचान गुप्त रखने के लिए बिहार के शिक्षा विभाग और परीक्षा में बारकोड का सिस्टम लागू किया था. व्यवस्था की गई थी की परीक्षा के तुरंत बाद परीक्षा केंद पर ही छात्रों की कॉपियों में बारकोड चस्पा कर कॉपियों की पहचान छुपा दी जायेगी. दावा था की ऐसे में कॉपियों और नम्बरो में हेरफेर की गुंजाइश ख़त्म हो जायेगी. लेकिन घोटालेबाजो ने इस सिस्टम में ही सेंधमारी कर दी.
इंटर परीक्षा के नतीजों के महीनो बाद गड़बड़ी का हुआ खुलासा
आपको बताये कि हेराफेरी कर छात्रों के नंबर इधर-उधर करने किया गया है. विभाग के आदेश पर हाजीपुर नगर थाने में परीक्षा घोटाले को लेकर एफआईआर दर्ज करा दी गई है. तमाम दावों के बावजूद एक बार फिर से बिहार अपनी परीक्षा प्रणाली को लेकर सवालों के घेरे में है. सवाल इसलिए भी की परीक्षा के नतीजों की घोषणा के महीनों बाद घोटाले की खबर सामने आई. सवाल बोर्ड की कार्यशैली पर भी है कि आखिर बोर्ड को इस घोटाले की खबर लगने में महीनो क्यों लग गये.
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