मुजफ्फरपुर(MUJAFFARPUR):जब से बाबा बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के पटना आगमन की घोषणा हुई है. उनकी मुश्किले लगातार बढ़ती जा रही है. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बिहार में राजनीति के शिकार हो रहे हैं. आरजेडी की ओर से उनका विरोध जताया जा रहा है. तो वहीं अब पटना के बाद मुजफ्फरपुर जिले में उनके खिलाफ एसीजीएम फर्स्ट वेस्ट के कोर्ट में हिंदुओ की भावना को आहत पहुंचने के मामले में परिवाद दायर किया गया है. जिसके बाद अब उनके पटना में होनेवाले कार्यक्रम पर खतरा मंडराता हुआ दिख रहा है.
खुद को भगवान हनुमान का अवतार बताने के खिलाफ मामला दर्ज
मुजफ्फरपुर जिले में अधिवक्ता सूरज कुमार ने एसीजीएम फर्स्ट वेस्ट के कोर्ट में परिवाद दायर किया है. कोर्ट में हिंदुओं की भावना को आहत पहुंचाने और भगवान की तुलना खुद से करने के खिलाफ परिवाद दायर किया गया है. जिसकी सुनवाई की तिथि 10 मई 2023 निर्धारित की गई है. परिवादी सह अधिवक्ता सूरज कुमार ने बताया की धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने खुद को भगवान हनुमान का अवतार बताकर हिंदू समाज का रक्षक करने वाला बताया था. जिससे हिंदू धर्म के लोगों की भावना को ठेस पहुंचा था. जिसको लेकर परिवाद दायर किया गया. जिसमे आईपीसी की धारा 295(क) 298 और 505 के तहत मामला को दर्ज कराया गया है.
हिंदू धर्म की भावना को आहत करने का आरोप
मामले में मुजफ्फरपुर सिविल कोर्ट के अधिवक्ता सूरज कुमार ने बताया कि राजस्थान के एक धार्मिक आयोजन के दौरान में बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने खुद को भगवान हनुमानजी का रूप बताकर हिंदू धर्म की रक्षा करने वाला बताया था. जो की हिंदू धर्म की भावना को आहत करता है. आखिर कोई इंसान खुद को भगवान का रूप बताकर अवतार कैसे बता सकता है. जो कहीं न कहीं हिंदू धर्म की आस्था और हिंदू धर्म को गुमराह करता है. जिसके खिलाफ परिवाद को कोर्ट ने स्वीकार कर ली है.
10 मई को मामले की सुनवाई की तिथि मुकर्रर
वहीं मामले में व्यवहार न्यायालय मुजफ्फरपुर के अधिवक्ता विनायक कुमार ने कहा की परिवादी की ओर से बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के खिलाफ में एक परिवाद दायर किया गया है. जिसमे उन्होंने खुद को भगवान का अवतार बताने के खिलाफ कोर्ट में मामला दर्ज कराया है. जिसको कोर्ट ने स्वीकार किया है.
4+