पश्चिम चम्पारण(PASCHIM CHAMPARAN): बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले से बेहद ही हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां महिला के बंध्याकरण होने के बाद वह गर्भवती हुई और उसने एक नवजात बच्चे को जन्म दिया है. आप जानकर हैरान हो जाएंगे कि यह कैसे संभव है, कैसे कोई महिला बंध्याकरण के बाद एक बच्चे को जन्म दे सकती है.
प्रसव पीड़ा के बाद हुआ मामले का खुलासा
आपको बताये कि पूरा मामला पश्चिम चंपारण जिले के नौतन का है. जहां 8 फरवरी को नौतन के मरुआहा के रहनेवाले धर्मेंद्र नट ने अपनी पत्नी संगीता देवी का बंध्याकरण नौतन के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कराया था. इसके बाद 9 फरवरी को उन्हें सुरक्षित डिस्चार्ज पेपर देकर घर भेज दिया गया, यहां तक तो ठीक था, लेकिन कुछ दिनों बाद धर्मेंद्र नट की पत्नी के पेट में प्रसव पीड़ा शुरू होने लगी, इसके बाद धर्मेंद्र अपनी पत्नी को फिर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लेकर गया, तो वहां डॉक्टर ने बताया कि आपकी पत्नी गर्भवती है, उसके पेट में बच्चा है.जिस कारण उन्हें प्रसव पीड़ा हो रही है.इसके बाद 18 अक्टूबर को धर्मेंद्र नट की पत्नी ने नवजात बच्चे को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जन्म दिया.
परिजनों ने की दोषियों पर कार्रवाई की मांग
वहीं इस मामले के सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग पर तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर बंध्याकरण किस प्रकार किया गया कि महिला उसके बाद गर्भवती हो गई. नौतन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर किसकी निगरानी में इतनी बड़ी लापरवाही हुई है. पीड़ित दंपति ने मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी पश्चिम चंपारण को इस मामले में लिखित आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है, साथ ही मांग किया गया है कि अपने स्तर से दोषियों पर कार्रवाई की जाए. बच्चों के पालन पोषण के लिए उचित मुआवजे की मांग पीड़ित दंपति के द्वारा की गई है.
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