बहुमत साबित करने के साथ ही सेंधमारी भी पलटू चाचा नीतीश ने कर डाली, भतीजा तेजस्वी देखते रह गये

सियासत सत्ता के लिए होती है और स्वार्थ इसकी तासीर है. जो वक्त का इंतजार करती है औऱ मौके पर ही अपना असर दिखा जाती है. इस सियासी करतब और कसरत से किसी को फायदा, तो किसी को नुकसान होता ही है. लाजमी है, इसी को तो राजनीति बोला जाता है. जहां की सीधी,सपाट और समतल राहें नहीं होती. हमेशा चुनौतियों की अगर-मगर वाली डगर रहती है. अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ही देख लीजिए. जिसने एक तीर से दो निशाने साध गये .

बहुमत साबित करने के साथ ही सेंधमारी भी पलटू चाचा नीतीश ने कर डाली, भतीजा तेजस्वी देखते रह गये