मोतीहारी: रातों रात एक परिवार हुआ कंगाल, कपड़ा, रोटी, मकान सब जलकर राख

मोतीहारी: रातों रात एक परिवार हुआ कंगाल, कपड़ा, रोटी, मकान सब जलकर राख