पटना(PATNA)-पूर्व सीएम जीतन राम मांझी का साथ छोड़ते ही महागठबंधन में सामाजिक समीकरणों को साधने की राजनीति तेज हो गयी है. पिछले छह माह से लंबित नीतीश कैबिनेट विस्तार को पूरा करने का निर्णय लिया गया है, जदयू राजद और कांग्रेस कोटे से एक-एक विधायकों को मंत्री बनना तय है, जीतन राम मांझी की कमी को पूरा करने के लिए जदयू अपने कोटे से किसी मुसहर चेहरे को आगे कर सकती है, जबकि कांग्रेस की रणनीति सवर्ण चेहरे पर दांव लगाने की है, राजद खेमे से किसे मंत्री बनाया जायेगा, इस पर अभी संशय की स्थिति है.
राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर का बिहार वापसी के साथ ही 16 जून को होगा मंत्रिमंडल विस्तार
जानकारी के अनुसार राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर का बिहार वापसी के साथ ही 16 जून को नीतीश कैबिनेट का विस्तार हो सकता है. सूत्रों का दावा है कि इस बार कांग्रेस की कोशिश विधायक अजीत शर्मा को मंत्रिमंडल में जगह दिलवाने की है, ध्यान रहे कि पिछले मंत्रिमंडल विस्तार के पहले भी इनका नाम उछला था, लेकिन कांग्रेस आलाकमान ने अजीत शर्मा के बदले अल्पसंख्यक समाज से आने वाले आफाक आलम और पिछड़े वर्ग का प्रतिनिधित्व करने वाले मुरारी गौतम के पक्ष में अपना फैसला सुनाया था. इस प्रकार अजीत शर्मा मंत्री बनते बनते रह गये थें. देखना होगा कि इस बार भी उनकी कोशिश रंग लाती है या कांग्रेस अपने अंतिम समय में कोई नया दाव खेलती है.
फिल्म अभिनेत्री नेहा शर्मा के पिता है अजीत शर्मा
यहां याद दिला दें कि अजीत शर्मा फिल्म अभिनेत्री नेहा शर्मा के पिता और भागलपुर से कांग्रेसी विधायक है. नेहा शर्मा को कई मौके पर अपने पिता के साथ चुनाव प्रचार करते देखा गया है, 2024 के लोकसभा चुनाव के पहले नेहा शर्मा कांग्रेस के पक्ष में चुनावी रैलियों में भाग लेते हुए देखा जा सकता है.
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