संकट में हेमंत तो कल्पना ने संभाला मोर्चा! विधायकों की एकजुटता के साथ ही कानूनी प्रक्रिया पर भी बनी है नजर

हालांकि वह पार्टी में कोई पदधारी नहीं थी, लेकिन इसका कतई मतलब यह भी नहीं है कि पार्टी से लेकर सरकार में क्या हो रहा है, इसकी कल्पना को कोई खबर नहीं थी. दावा तो यह भी किया जाता कि कई मौकों पर वह सीएम हेमंत को अपनी राय देकर उनके सियासी संकट का राह खोजती थी, अब वही कल्पना जब अपनी हवेली से बाहर निकल सड़कों पर भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोलेगी तो कल्पना की जा सकती है कि झारखंड की सियासत का रंग क्या हो सकता है.

संकट में हेमंत तो कल्पना ने संभाला मोर्चा! विधायकों की एकजुटता के साथ ही कानूनी प्रक्रिया पर भी बनी है नजर