Patna- इंडिया गठबंधन के लिए ताबड़तोड़ बैटिंग करते लालू यादव के लिए आज का दिन बेहद अहम है. आज सुप्रीम कोर्ट में सीबीआई की उस याचिका पर सुनवाई होनी है, जिसमें चारा घोटला मामले में झारखंड हाईकोर्ट के द्वारा दी गयी बेल को चुनौती दी गयी है. इस बीच आम रुप से न्यायिक मामलों में चुप्पी साधे रहने वाले सीएम नीतीश ने सीबीआई की इस कार्रवाई को दुर्भावनापूर्ण कृत्य करार दिया है. उन्होंने कहा कि यह कोई मामला नहीं है, सीबीआई जानबूझ कर लालू यादव को परेशान करने पर तूली हुई है. राजद की ओर से भी सर्वोच्च अदालत पर विश्वास जताते हुए है इस बात का दावा किया गया है कि लालू यादव बाहर रहकर विपक्षी दलों को एकजूट करते हुए जीत का मंत्र देते रहेंगे.
2024 तक जारी रहेगी यह तिकड़म
लालू यादव ने भी सुप्रीम कोर्ट से सीबीआई की याचिका को खारिज करने मांग की है. लालू ने तंज लहजे में कहा है कि सिर्फ सीबीआई अंसतुष्ट है, इस आधार पर किसी की जमानत रद्द नहीं की जा सकती. खराब स्वास्थ्य और बढ़ती आयू में भी सीबीआई हमें जेल में रहकर क्या हासिल करना चाहती है. जबकि तेजस्वी यादव ने कहा कि जब तक 2024 का चुनाव संपन्न नहीं हो जाता, इस प्रकार की कार्रवाईयां चलती रहेगी. सीबीआई और ईडी का खौफ दिखलाने की कोशिश की जाती रहेगी, लेकिन हम डरेंगे और ना झूकेंगे, कोर्ट में अपनी बात ऱखेंगे और जीतेंगे.
खराब स्वास्थ्य के बावजूद लालू दिखलाते रहें है अपना दम
यहां याद दिला दें कि 30 अप्रैल 2022 को झारखंड हाईकोर्ट ने लालू यादव को जमानत प्रदान किया था, कोर्ट ने कहा था कि लालू अपनी सजा का आधा हिस्सा काट चुके हैं. इस बीच लालू यादव का किड़नी का प्रत्यारोपण हुआ, और धीरे-धीरे उनके स्वास्थ्य में सुधार आने लगा. इसके साथ ही उनकी राजनीतिक गतिविधियां भी तेज हुई. हाल के दिनों में लाल यादव विपक्षी दलों को जीत का मंत्र देते नजर आ रहे हैं, शरद पवार से लेकर ममता बनर्जी, अखिलेश से लेकर केजरीवाल तक सभी लालू के मुरीद हैं. लेकिन लालू की यह बढ़ती राजनीतिक सक्रियता भाजपा को हजम नहीं हो रही है और वह लगातार लालू के खिलाफ हमलावर है, उसका दावा है कि लालू यादव को जमानत खराब स्वास्थ्य के आधार पर प्रदान की गयी है, लेकिन लालू यादव राजनीतिक गतिविधियों में हिस्सा लेकर जमानत की शर्तों का उल्लंघन कर रहे हैं. अब देखना होगा कि आज सुप्रीम कोर्ट का फैसला क्या आता है, लालू यादव जीत का यह मंत्र बांटते रहेंगे या एक बार फिर से उन्हे कैदखाना भेजा जाता है.
4+