Ranchi- महागठबंधन से जुड़े विधायकों की सीएम हाउस में बैठक, एक दूसरे को नववर्ष की शुभकामनाएं, मिठाइयों का दौर और उसके बाद एकजुटता का सामूहिक राग के साथ ही इस बात का दावा कि हेमंत सीएम थें, सीएम हैं और आगे भी सीएम रहेंगे. बावजूद इसके भाजपा इस बात को स्वीकार करने को तैयार नहीं है कि राज्य में कोई चेहरा परिवर्तन नहीं होने जा रहा. वह इस बात को भी मानने को तैयार नहीं है कि हेमंत सोरेन इस बार फिर से विपक्ष को मुख्यमंत्री आवास में सीएम की भूमिका में फाग गाने का आमंत्रण देने जा रहे हैं, और यह विपक्ष की मर्जी है कि वह फाग का हिस्सा बनता है या होली के हुड़दंग में सियासत का रंग घोलने की अपनी पुरानी पंरपरा का निर्वाह करता है.
लाल कोठरी के दरवाजे खुले
इसके उलट भाजपा का दावा है कि होली तो अभी बहुत दूर है, मकर संक्रांति बीती नहीं कि सीएम हेमंत के लिए लाल कोठरी के दरवाजे खुल जायेंगे, जहां उन्हे अपने एक एक गुनाह को कबूलना होगा और इसके साथ ही गुनाह की सजा भी भुगतनी होगी. भाजपा का मानना है कि यदि सब कुछ ठीक ठाक ही है तो सभी विधायकों को राजधानी रांची से तीन घंटों की दूरी पर रहने का निर्देश क्यों दिया गया है? भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव का तो दावा है कि 45 मिनट की इस बैठक में सभी विधायकों से सादे कागज पर हस्ताक्षर लिये गयें, ताकि किसी भी वक्त उस पर मजमून तैयार कर किसी नये चेहरे के साथ सरकार बनाने की दावेदारी पेश किया जा सके.
विधायकों की एक्टिंग काबिलेतारीफ
प्रतुल शाहदेव का दावा है कि विधायकों की एक्टिंग काबिलेतारीफ है. लेकिन सरकार के अंदर हड़कंप की स्थिति है, विधायकों में ही उलझन हैं, उन्हे समझ में नहीं आ रहा कि राज्य की सियासत किस दिशा में जा रही है. इस बीच पूर्व सीएम बाबूलाल ने राज्यपाल को पत्र लिख कर राज्य में संवैधानिक संस्थाओं में टकराव की स्थिति होने का दावा किया है. साफ है कि सत्ताधारी विधायकों के दावों और एकजुटता के राग पर भाजपा को विश्वास नहीं है, उसे अभी इस बात का संदेह की राज्य में बड़ा सियासी उलटफेर होने वाला है, और सीएम हेमंत बहुद जल्द ही अपनी कुर्सी किसी और को सौंप कर ईडी के सवालों का सामना करने की तैयार में हैं.
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