Ranchi- मणिपुर में आदिवासी महिलाओं का नग्न परेड पर अपने गुस्से का इजहार करते हुए कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने भाजपा को आदिवासी, दलित, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों का दुश्मन बताया है, उन्होंने कहा कि जब भाजपा को लगने लगा कि अब अल्पसंख्यों के खिलाफ जहर उगलने से लाभ नहीं हो रहा हो तो उसने आदिवासियों को निशाना बना शुरु कर दिया, यही कारण है कि कभी मध्यप्रदेश से आदिवासी युवक के सिर पर पेशाब करने का वीडियो आता है तो कभी मणिपुर से आदिवासी महिलाओं के साथ सार्वजनिक बलात्कार और नग्न परेड की तस्वीर, इन वीडियो और तस्वीरों से भाजपा की दलित-पिछड़ा सोच का पर्दाभाश होता है, आज तक भाजपा की राजनीति मात्र दलितों को हिन्दूओं से, हिन्दूओं को मुस्लिमों से, मुस्लिमों को ईसाईयों तो कभी दलितों को मुसलमानों से लड़वाने की रही है, सच्चाई यह है कि ये किसी के नहीं है, इनकी सोच ही दलित पिछडों को कुड़ाकरकट समझने की है. नहीं तो क्या किसी के सिर पर पेशाब करवा कर उसकी आरती उतारने से उसका गुनाह कम हो जाता है, यदि ऐसा ही है तो यहां का दलित-आदिवासी भी किसी भाजपा सीएम के सिर पर पेशाब कर सकता है, और बाद में उसकी आरती भी उतार सकता है, क्या इसके बाद भाजपा उसे माफ करेगी.
अपने आप को बताया झारखंड का सबसे बड़ा आदिवासी नेता
जब इरफान अंसारी को मणिपुर के संदर्भ में उनके बयान पर बाबूलाल की प्रतिक्रिया की ओर ध्यान दिया गया तो उन्होंने कहा कि झारखंड में इरफान अंसारी से बड़ा कोई आदिवासी नेता नहीं है, यह इरफान अंसारी है, जो हर दुख दर्द में आदिवासी पिछड़ों के साथ खड़ा होता है, उनके खिलाफ किये गये किसी भी जुल्म का प्रतिकार करता है, उनसे बेहतर कौन आदिवासी और दलितों का दुख दर्द समझ सकता है,
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