रांची(RANCHI)- अश्लील वीडियो मामले में 72 घंटों के बाद मीडियाकर्मियों के सामने आकर सूबे के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने वीडियो को फर्जी होने का दावा किया है, बन्ना गुप्ता ने कहा कि इस मामले में वह आरोपी नहीं होकर भुक्तभोगी है, मेरे द्वारा इस मामले की पहले ही पुलिस से शिकायत की गयी है, मामले की जांच की जा रही है, जल्द ही इसकी सफाई सामने आ जायेगी.
महिलाओं की इज्जत को उछाला गया
उन्होंने कहा कि इस मामले में महिलाओं की इज्जत को उछाला जा रहा है, विधायक सरयू राय पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कल तक उनके द्वारा एक महिला की पल पल की जानकारी उपलब्ध करवायी जा रही थी. अब उनका कहना है कि वह इस वीडियो को प्रमाणिक होने का दावा नहीं कर सकतें. लेकिन सवाल यह है कि बगैर वीडियो की प्रमाणिकता के वह कल तक उस महिला की पल पल की जानकारी को उपलब्ध क्यों करवा रहे थें. इस मामले में उनके पेट में दर्द क्यों शुरु हो गया था? वह गोपीचंद जासूस की भूमिका में क्यों आ गये थें?
अश्लील वीडियो से शुरु होकर गोपीचंद जासूस तक पहुंचा मामला
पूरे मामले का सूत्रधार निर्दलीय विधायक सरयू राय को बतलाते हुए उन्होंने कहा कि चाचा गोपीचंद का दावा है कि उनके पास अभी कई कहानियां है, हम भी उनकी कहानियों का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन गोपीचंद को इस बात का भी जवाब देना चाहिए कि वह किस महिला के साथ रह रहे हैं. दोनों की बीच क्या संबंध है, उस महिला का बेटा उनका क्या लगता है, मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि कहानियां सिर्फ गोपीचंद चाचा के पास ही नहीं है, इस तरह की कई कहानियां मेरे पास भी है.
क्या आरक्षण की बात करना गुनाह हो गया?
मामले की राजनीतिक रंग देते हुए उन्होंने कहा कि मेरा कसूर मात्र इतना है कि मैं एक पिछड़ी जाति से आता हूं, आरक्षण की बात करता हूं, धर्म निरपेक्षता के सिन्धातों पर विश्वास करता हूं, समधर्म समभाव को लेकर जीता हूं, दलित पिछड़ों और अल्पसंख्यों की हितों की तरफदारी करता हूं, बस यही कारण है कि मेरे विरोधियों के पेट में दर्द हो रहा है. अब वे गोपीचंद जासूस की भूमिका में उतर गये हैं. लेकिन वह भूल गये हैं कि मैं एक पिछड़ी जाति से जरुर आता हूं, लेकिन इतना कमजोर भी नहीं हूं कि उनकी इन ओछी हरकतों का जवाब नहीं दे सकूं, उनके एक एक सवालों का जवाब दिया जायेगा.
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