टीएनपी डेस्क(TNP DESK): देश के प्रधानमंत्री आये दिन अपने किसी ना किसी सियासी बयानबाजी या राजनीति को लेकर सुर्खियों में रहते हैं. लेकिन इन दिनों पीएम के अंदर छोड़कर गये किसी खास व्यक्ति का दर्द सता रहा है. जिसको याद करके पीएम ने अपने और उस खास इंसान के बीच के किस्सों को लेख लिखकर सबके सामने शेयर किया हैं. आखिर किसकी याद में पीएम नरेंद्र मोदी ने लेख लिखा है. और क्यों उनको अपने पिता तुल्य बताते हुए जीवन का खास मार्गदर्शक बताया हैं.
बादल साहब दिल से भी बड़े इंसान थे-पीएम
दरअसल पीएम नरेंद्र मोदी ने शिरोमणि अकाली दल के नेता और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की याद में एक लेख लिखा हैं. और उनके साथ जीवन में बिताये खास लम्हों को याद करते हुए कुछ किस्सों को साझा किया हैं. आपको बता दे कि पंजाब के पांच बार मुख्यमंत्री रहे प्रकाश सिंह बादल का मंगलवार 25 अप्रैल को मोहाली के एक निजी अस्पताल में 95 साल की उम्र में निधन हो गया था. जिनको श्रद्धांजलि देने के लिए देश के तमाम दल के नेता जुटे थे. इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी भी श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे.
पीएम मोदी ने बादल साहब से जुड़े कई किस्सों को किया साझा
प्रकाश सिंह बादल के निधन के बाद पीएम मोदी ने इनको याद करते हुए दोनों के जीवन से जुड़े कुछ किस्सों को साझा करते हुए लिखा हैं. प्रकाश सिंह बादल एक बड़े नेता के साथ बड़े दिलवाले इंसान थे. जिन्होने कई दशकों तक एक पिता की तरह मेरा मार्गदर्शन किया. जीवन में उनसे राजनीतिक और व्यक्तिगत जीवन में काफी कुछ सिखने का अवसर मिला. अचानक उनके निधन की खबर से मन काफी आहत हुआ. प्रकाश सिंह बादल ने पंजाब के साथ देश की राजनीति को भी एक आकार दिया. इनकी लोकप्रियता पंजाब के लोगों में बहुत थी. लोग इनके नाम लेने मात्र से ही एक ही लाईन बोलते थे कि बादल साहब की तो बात ही अलग है.
“बादल साहब के दिल में देश के किसान बसते थे”
आगे लेख में पीएम ने लिखा हैं कि बादल साहब के दिल में देश के किसान बसते थे. इनके दिल में सभी के लिए सामान्य रुप से प्यार और सम्मान था. ऊंच-नीच का कोई भेद नहीं करते थे. इससे जुड़ा एक किस्सा का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने लिखा कि उस समय मैं बीजेपी का एक छोटा सा कार्यकर्ता हुआ करता था. और बादल साहब पंजाब के मुख्यमंत्री थे. लेकिन फिर भी बड़े ही गर्मजोशी के साथ मुझसे मिले थे. उनके बातचीत के बाद मैं उनका कायल हो गया था.
“एक किस्सा है, जिसे कभी नहीं भूल सकता”
आगे पीएम नरेंद्र मोदी ने एक और किस्सा शेयर करते हुए लिखा कि एक किस्सा है. जिसे कभी नहीं भूल सकता. बादल साहब ने एक दिन मुझसे कहा था कि हम अमृतसर जाकर मत्था टेकेंगे. और लंगर भी खायेंगे. जिसके बाद अमृतसर के एक गेस्ट हाउस में ठहरा हुआ था. तब अचानक प्रकाश सिंह बादल मेरे कमरे में आयें और मेरा सामान उठाने लगे. जब मैने मना किया तो भी नहीं माने. और जबरजस्ती अपने कमरे में रहने की जिद्द करने लगे. और अपने दुसरे कमरे में चले गये.
गायों से उन्हे काफी लगाव था-पीएम
आगे प्रकाश सिंह बादल का जिक्र करते हुए लिखा हैं कि गायों से उन्हे काफी लगाव था. एक बार उन्होने मुझसे गिर गाय पालने की इक्छा जताई थी. जिसके बाद उनको 5 गिर गायें गुजारत से दी गई. वो इन गायों की काफी सेवा किया करता थे. उसके बाद जब भी उनसे मुलाकात होती थी. अक्सर इन गायों के बारे में बातें किया करते थे. और इनके स्वभाव की तुलना गुजराती लोगों से करते हुए तारीफ करते थे. वे कहते थे ये गायें हर तरह से गुजराती हैं. ये कभी गुस्सा नहीं करती है. किसी पर अब तक हमला नहीं किया. इनका दूध पी-पीकर गुजराती भी इन गायों की तरह विनम्र हो गये हैं.
जीवन भर करते रहे मार्गदर्शन-पीएम
पीएम मोदी ने कहा कि 2001 के बाद जब दोनों अलग-अलग राज्य के सीएम थे. तब मुझे उनका काफी मार्गदर्शन मिला. इसके साथ ही देश का पीएम बनने के बाद काफी कुछ राय बादल साहब से मिलता रहा.
रिपोर्ट-प्रियंका कुमारी
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