Ranchi- कांग्रेस विधायक दल की समाप्ति के बाद पार्टी और सरकार में सब कुछ सामान्य होने का दावा करते हुए प्रदेश प्रभारी और अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने झामुमो के साथ मजबूती के साथ खड़ा रहने का संकल्प दुहराया है. हालांकि सीएम चेहरे में बदलाव की चल रही अटकलबाजियों के बीच बडकागांव विधायक अम्बा प्रसाद ने सीएम के चेहरे में बदलाव का भी संकेत भी दिया. और इसके साथ ही अब झारखंड की कमान किसके हाथ में होगी, उस पर एक और बहस की शुरुआत हो चुकी है. सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार बेहद गर्म है.
आज भी महागठबंधन की बैठक में सीएम चेहरे पर लग सकती है मुहर
यहां बता दें कि आज की महागठबंधन की बैठक होनी है, दावा किया जाता है कि इस बैठक में सीएम हेमंत को मौजूदा सियासी हालत के मद्देनजर किसी भी संभावित फैसले के लिए अधिकृत किया जा सकता है. संभवत: इस बैठक के बाद ही सीएम हेमंत अपने इस्तीफे की घोषणा करेंगे, लेकिन सीएम के इस्तीफे में बड़ा पेच राज्य से राज्यपाल की गैरमौजूदगी है. क्योंकि सीएम हेमंत यदि अपना इस्तीफा पेश करते हैं तो उस हालत में राजभवन में इसे स्वीकार कौन करेगा? चर्चा इस बात की भी है कि राज्यपाल ने बेहद चालाकी के साथ इस सियासी तनातनी के बीच अपने को राज्य से दूर कर लिया है, ताकि सब कुछ उस दिशा में चलाने को मजबूर नहीं होना पड़े, जैसी चाल सीएम हेमंत बिछाने की रणनीति पर काम करे रहें हैं. क्योंकि इतना साफ है कि यदि सीएम हेमंत अपना इस्तीफा पेश करते हैं तो उसके साथ ही महागठबंधन की ओर से सीएम फेस के लिए दूसरा चेहरा भी पेश किया जायेगा, ताकि राज्य में राजनीतिक शून्यता की स्थिति पैदा नहीं हो, लेकिन अब जबकि राज्यपाल राज्य से दूर हैं, इस हालत में संभव है कि महागठबंधन की ओर से सीएम हेमंत को सारे निर्णय लेने के सारे अधिकार सुपुर्द कर दिया जाय और जैसे ही राज्यपाल का झारखंड आगवन हो, वह अपने निर्णयों से राज्यपाल को अवगत करवा दें.
कौन कौन हो सकता है चेहरा
लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि अब सरकार का चेहरा कौन होगा. निश्चित रुप से इसका फैसला झामुमो को करना है, हालांकि इस फैसले से पहले कांग्रेस के वरीय नेताओं से इस पर सहमति लेने की औपचारिकता जरुर पूरी की जायेगी. इस हालत में एक साथ कई नाम सामने आता है, पहला नाम तो सीएम हेमंत की पत्नी कल्पना सोरेन का ही है, लेकिन सीएम हेमंत ने इसे भाजपा का अफवाह करार दिया है, बावजूद इसके अभी भी कल्पना सोरेन के नाम पर सियासी चर्चा तेज हैं, और दावा किया जाता है कि इसकी घोषणा सीएम हेमंत की ओर से नहीं होकर महागठबंधन में शामिल दलों की ओर से की जायेगी, जिसके बाद सीएम हेमंत इस पर औपचारिक स्वीकृति प्रदान करने का रस्म का निर्वाह करेंगे. दूसरा नाम राज्य के पूर्व सीएम शिबू सोरेन का है, लेकिन पेच यह है कि उनका स्वास्थ्य इस बात की इजाजत नहीं देता, दावा किया जाता है कि सीएम चेहरे के लिए उछल रहे तमाम चेहरों में शिबू सोरेन का चेहरा सबसे मजबूत और स्वीकार्य चेहरा हैं, लेकिन उनकी यादास्त अब ठीक नहीं है, वह चीजों को भूलने लगे हैं. तीसरा नाम सीएम हेमंत की भाभी और झामुमो की राजनीति का सबसे मजबूत चेहरा माने जाने वाले स्वर्गीय दूर्गा सोरेन की पत्नी सीता सोरेन का है, लेकिन इस नाम के साथ पेच है कि सीएम हेमंत परिवार में एक और चेहरा को सियासी रुप से मजबूती प्रदान कर भविष्य में अपने लिए सियासी उलझने का मार्ग परस्त करना शायद पसंद नहीं करेंगे. इसके साथ ही चौथा नाम चंपई सोरेन का है. दावा किया जाता है कि इस नाम पर सीएम हेमंत भी अपनी रजामंदी की मुहर लगा सकते हैं, लेकिन चंपई सोरेन के नाम पर पार्टी में ही असंतोष पैदा हो सकता है, और खास कर सीता सोरेन इस चेहरे पर अपनी नाराजगी प्रकट कर सकती है, अब देखना होगा कि इन तमाम नारों में कौन सा चेहरा सीएम के रुप में सामने आता है. इसके खुलासे के लिए अभी राज्यपाल के वापस लौटने का इंतजार करना पड़ा सकता है.
“कल्पना” से दूर अब “पिंटू” पर चर्चा तेज! जानिये कौन है अभिषेक प्रसाद और क्या है झामुमो से इनका नाता
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