पत्रकार की भूमिका में राहुल गांधी ने दागा सवाल! राष्ट्रीय मीडिया में कहां खड़ा है दलित, आदिवासी और ओबीसी चेहरे

किसी भी मीडिया घराने मे आज कोई भी दलित आदिवासी और ओबीसी  पत्रकार दिखलायी नहीं पड़ता. मीडिया के इस एकपक्षीय चरित्र का कारण मीडिया की यही संरचना है. जहां कुछ मुट्ठी पर लोग पूरे तंत्र पर काबिज हैं, जब तक इस मीडिया में दलित ओबीसी और आदिवासी पत्रकारों को स्थान नहीं दिया जाता, इसकी विश्वसनीयता हमेशा संदेह के घेरे मे रहेगी.    

पत्रकार की भूमिका में राहुल गांधी ने दागा सवाल! राष्ट्रीय मीडिया में कहां खड़ा है दलित, आदिवासी और ओबीसी चेहरे