Ranchi- बाबूलाल के द्वारा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करते ही झामुमो ने बड़ा हमला बोला है. झामुमो महसचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने बाबूलाल को उनके पुराने दिनों की याद दिलाते हुए कहा कि बाबूलाल को यह नहीं भूलना चाहिए कि रघुवर दास ने कभी उन्हे भाजपा का कोढ़ बताया था, उनके राजनीतिक पकड़ पर सवाल उठाते हुए कहा था कि जब उस तीसरी गांव के लोग, जो बाबूलाल की जन्म भूमि है, अपना नेता नहीं मानते, तो झारखंड की जनता उन्हे नेता कैसे मानेगी.
पीएम मोदी को लेकर बाबूलाल के क्या थें विचार
बाबूलाल झारखंड की सड़कों पर पीएम नरेन्द्र मोदी की नीतियों का आलोचना करते फिरते थें, तब वह पीएम मोदी को देश और लोकतंत्र के लिए घातक बता रहे थें, अब अचानक से पीएम मोदी की नीतियां देश के लिए अच्छी कैसे हो गयी. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि भाजपा ना तो अपने किसी विधायक को विधायक दल का नेता चुन सकी और ना ही प्रदेश अध्यक्ष, हर बार उसे किसी बाहरी उम्मीदवार की खोज हुई, भाजपा की यह स्थिति ही इस बात को बयां करती है कि उसकी जमीन कितनी उखड़ी हुई है, आज भी उसके पास कोई ढंग का आदिवासी मूलवासी नेता नहीं है, बाबूलाल जैसे उधार के चेहरे से वह कोई करिश्मा नहीं करने वाली है. भाजपा पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि आज भाजपा के अन्दर कितने भाजपा हैं, इसका आकलन करना भी मुश्किल है, एक रघुवर भाजपा है, तो एक अर्जून भाजपा, एक पुराना भाजपा है, तो एक झावीमो भाजपा.
भाजपा कार्यकर्ताओं के सामने संकट
आखिर भाजपा के लोग किस भाजपा को अपना भाजपा माने, मुश्किल खड़ा हो गया है, यह स्थिति सिर्फ कार्यकर्ताओं की ही नहीं है, नेताओं का भी यही हाल है, हर गुट दूसरे की काट में है और कार्यकर्ता हैरान परेशान है. बाबूलाल को तो सिर्फ इस लिए लाया गया है, ताकि 2024 लोकसभा चुनाव के बाद हार की जिम्मेवारी इनके कंधों पर थोपी जा सके, नहीं तो सीएम बनाने की बात होगी तो भाजपा एक बार फिर से किसी गैरझारखंडी चेहरे पर ही दांव लगायेगी, बाबूलाल को भी इसकी जानकारी है, इसलिए पद ग्रहण के दिन पर डरे सहमे नजर आ रहे हैं, उन्हे पता है कि झारखंड भाजपा में कोई उनके साथ खड़ा नहीं है.
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