Ranchi-चिलमिलाती गर्मी और आसमान से उतरते आग के गोले के बीच आज पीएम मोदी पलामू में जन सभा को संबोधित करने वाले हैं. पलामू की जनता पीएम मोदी का एक झलक पाने को आतुर हैं. आम हो या खास सबकी जुबान पर पीएम मोदी की चर्चा है. एक उम्मीद है कि पीएम मोदी की इस यात्रा से देश के सबसे पिछड़े इलाके में शुमार पलामू की किस्मत खुलने वाली है. उनकी जिंदगी में बदलाव आने वाली है. सौगातों की बारिश होने वाली है. हालांकि यह पीएम मोदी की चुनावी सभा है, आचार संहिता लगी हुई है. बावजूद इसके जनता की उम्मीद कायम है. ‘मोदी का वादा’ पर उम्मीद टिकी है.
पीएम मोदी के वादों पर सियासत तेज
लेकिन इस सबके बीच सियासत भी तेज होती नजर आ रही है. कांग्रेस की ओर सवालों की बौछार की जा रही है. पलामू की धरती से पीएम मोदी के पुराने वादों को एक-एक कर खंगाला जा रहा है. और उन वादों का पास्टमार्टम करते हुए सवालों की बौछार की जा रही है. पलामू जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रंजन पाठक उर्फ बिट्टू पाठक ने पलामू की धरती पर पीएम मोदी का स्वागत करते हुए कहा है कि इसके पहले की पीएम मोदी कोई नया वादा करें, उन्हे अपने पुरानों वादों को भी एक बार याद कर लेना चाहिए. जिस मंडल डैम के वादे के साथ पलामू की जनता से वोट लिया गया था, वह मंडल डैम आज कहां है, कनहर कहां है ? चिरमिरी का क्या हुआ ?
पांच वर्ष गुजरने के बावजूद मंडल डैम में नहीं लगी एक भी ईट
सवालों की इसी बौछार के बीच कांग्रेस यह सवाल दाग रही है कि आपने पलामू की इसी धरती से वर्ष 2019 में मंडल डैम का वादा किया था. लेकिन पांच वर्ष के गुजरने के बावजूद आज तक एक ईट नहीं लगी. देश के सबसे पिछड़े इलाके में शुमार पलामू की जनता को आपका बहुचर्चित वादा किसानों की आय दुगनी करने से उम्मीद की किरण जगी थी. लेकिन 10 वर्षों में किसानों की आय दुगनी होने के बजाय, जिंदगी और भी फटेहाल हो गयी. सौ दिन में काला धन वापस लाने का वादा एक दुस्वपन बन कर रह गया.इन 10 वर्षों में एक रुपया भी वापस नहीं आया, उल्टे सारे लूटेरे अपनी काली कमाई के साथ देश छोड़ कर चलते बने. प्रति वर्ष दो करोड़ नौकरियां का भी यही हाल हुआ, आज बेरोजगारी सर्वकालीन उंचाईयों पर है. देश में इससे पहले कभी भी ऐसी बेरोजगारी देखने को नहीं मिली थी. गृहणियों की कमर टूट चुकी है. बड़ी हुई मंहगाई की मार अपकी बार मोदी सरकार के साथ आने वाली सरकार ने रसोई गैस की कीमत को चार सौ से बढ़ाकर एक हजार कर दिया. महिला सुरक्षा के मामले में भी आपकी भद पीट गयी. मणिपुर और उत्तर प्रदेश में महिलाओं के साथ क्रुरतम अपराध पर भी आपने चुप्पी नहीं तोड़ी. नोटबंदी ने अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी. आपने काला धन पर रोक लगाने के लिए एक हजार के नोट को वापस लिया था, तो फिर 2000 हजार का नोट मार्केट में क्यों आया? कोरोना में मरे मजदूरों और किसान आंदोलन में मरे किसानों को इंसाफ कब मिलेगा? पूरे देश के भ्रष्टाचार एवं घोटालों के आरोपी नेताओं को भाजपा में शामिल कराकर तथा इलेक्टोरल बांड के माध्यम से आठ हजार करोड़ की वसूली की गयी,. जबकि वादा भ्रष्टाचार की जड़ पर प्रहार करने का था. इस हालत में पलामू की धरती एक नया वादा करने के पहले पीएम मोदी को अपने पुराने वादों का ही पोस्टमार्टम कर लेना बेहतर होगा.
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