Ranchi-जनजातीय गौरव दिवस और झारखंड के 23वें स्थापना दिवस के अवसर पर भगवान बिरसा की जन्म स्थली उलिहातू पहुंचें पीएम मोदी ने उस मिट्टी को चूम लिया, जिस मिट्टी पर धरती आबा का जन्म हुआ था. ध्यान रहे कि धरती आबा की इस जन्म स्थली पर पहुंचने वाले मोदी देश के पहले पीएम हैं. इस अवसर पर उनके साथ राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी मौजूद रहे.
इसके पहले भगवान बिरसा मुंडा मेमोरियल पार्क पहुंचे थें पीएम मोदी
इसके पहले अपने झारखंड दौरे के दूसरे दिन पीएम मोदी भगवान बिरसा मुंडा मेमोरियल पार्क सह स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय पहुंचे, जहां उन्होंने भगवान बिरसा को भावपूर्ण श्रद्धांजलि प्रदान कियाइसके साथ ही उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा कि “भगवान बिरसा मुंडा जी को उनकी जयंती पर आदरपूर्ण श्रद्धांजलि. देशभर के मेरे परिवारजनों को इस विशेष अवसर से जुड़े जनजातीय गौरव दिवस की ढेरों शुभकामनाएं” यहां से पीएम मोदी बिरसा मुंडा एयरपोर्ट के लिए निकल पड़े, जहां से हेलिकॉप्टर से खूंटी पहुंचें और फिर सड़क मार्ग से धरती आबा बिरसा मुंडा की जन्म स्थली उलिहातू पहुंच गयें.
खूंटी स्टेडियम से होगी कई योजनाओं की शुरुआत
15 नवम्बर को खूंटी से ही पीएम मोदी विकसित भारत संकल्प यात्रा के वैन को हरि झंडी दिखलाकर रवाना करेंगे. इसके साथ ही पीएम किसान की 15वीं किस्त के लिए 18,000 करोड़ जारी किया जायेगा, लेकिन इस सबसे अलग झारखंड के लिए 72000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्धाटन और शिलान्यास भी किया जायेगा. दूसरे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में आदिम जनजाति गांवों में टीबी उन्मूलन, शत-प्रतिशत टीकाकरण, पीएम सुरक्षित मातृत्व योजना, पीएम मातृ वंदना योजना, पीएम पोषण और पीएम जन धन योजना का कार्यक्रम होगा.
आदिम जनजातियों के कल्याण पर फोकस होगा पूरा कार्यक्रम
यहां ध्यान रहे कि पूरे देश में करीबन 75 आदिम जनजातियां निवास करती है, इसमें से एक बड़ी आबादी झारखंड में रहती है. प्रधान मंत्री पीवीटीजी मिशन के तहत सरकार की कोशिश इनके घरों तक पक्की सड़क का निर्माण और दूरसंचार कनेक्टिविटी, बिजली, सुरक्षित आवास, स्वच्छता, स्वच्छ पेयजल, शिक्षा, स्वास्थ्य-पोषण, स्थायी आजीविका के अवसर जैसी बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने की है.
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