Ranchi-धरती आबा बिरसा मुंडा की जन्म स्थली उलिहातू में प्रधानमंत्री मोदी के यात्रा के दौरान सरना धर्म कोड और आदिवासी राष्ट्र की मांग के समर्थन में आत्मदाह की धमकी देने के आरोप में आदिवासी सेंगेल अभियान के चार कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के बाद सेंगेल अभियान के प्रमुख और पूर्व भाजपा सांसद सालखन मुर्मी ने संविधानिक प्रावधानों का गला घोंट कर आवाज दबाने का आरोप लगाया है. सालखन मुर्मू ने दावा किया है कि उनके कार्यकर्ताओं की गिफ्तारी कर इस जन आन्दोलन का गला नहीं घोंटा जा सकता. यह आन्दोलन अनवरत जारी रहेगा.
विभिन्न जिला मुख्यालयों पर आदिवासी सेंगेल अभियान की ओर से अनशन और विरोध प्रर्दशन का कार्यक्रम
उन्होंने कहा है कि राज्य के विभिन्न जिला मुख्यालयों पर आज अनशन और विरोध प्रर्दशन होगा, जबकि वह खुद और आदिवासी सेंगेल अभियान के कोल्हान प्रमुख सुमित्रा मुर्मू जमशेदपुर स्थित साकची गोलचक्कर पर अनशन और विरोध प्रदर्शन करेंगे. सालखन मुर्मू ने दावा किया कि सरना धर्म को कोड की मांग को दरकिनार कर आदिवासी समाज की आवाज और पहचान को दबाने की साजिश रची जा रही है, हमें एक सुनियोजित षडयंत्र के तहत हिन्दू बनने को मजबूर किया जा रहा है, जबकि आदिवासियों का अपना स्वतंत्र धर्म है, हम किसी भी हालत में हिन्दू नहीं है, आदिवासी समाज को हिन्दू, मुस्लिम और ईसाई धर्मों में से किसी एक को चुनने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता, यह हमारी धार्मिक स्वतंत्रता का घोर उल्लंघन और मानव अधिकार का हनन है. सालखन मुर्मू ने कहा कि हम अभी भी आशा करते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी धरती आबा बिरसा मुंडा के जन्म दिन पर हमें सरना धर्म कोड का सौगात भेंट करेंगे. जिसके कि आदिवासी समाज भी दूसरे धर्मालंबियों की तरह स्वतंत्र रुप से अपने धर्म और परंपराओं का पालन कर सके. ध्यान रहे कि कल ही प्रशासन के द्वारा आदिवासी सेंगल अभियान के चार कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है. दावा किया जा रहा है कि यह सभी आज उलिहातू जाकर प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम में आत्म दाह करने की तैयारी कर रहे थें. आरोपियों की पहचान चन्द्र मोहन मार्डी, विक्रम हेम्ब्रम, कान्हूराम टुडू और पृथ्वी मुर्मू के रुप में की गयी है.
प्रेम शिला मुर्मू ने दी आज जमशेदपुर में आत्म दाह करने की धमकी
इधर आदिवासी सेंगेल अभियान के प्रमुख और पूर्व भाजपा सांसद सालखन मुर्मू ने दावा किया है कि जिस समय प्रधानमंत्री मोदी बिरसा की जन्म भूमि उलिहातू से आदिवासी समाज की कथित बेहतरी के लिए घोषणों का पिटारा खोल रहे होंगे, ठीक उसी वक्त झारखंड के कोने कोने में आदिवासी समाज सरना धर्म कोड और आदिवासी राष्ट्र की मांग के समर्थन में अनशन कर रहा होगा.इस बीच खबर यह है कि इस अवसर पर सेंगेल अभियान की ओर से सबसे बड़ा कार्यक्रम जमशेदपुर के साकची गोलचक्कर पर करने का निर्णय लिया गया है. बड़ी खबर यह है कि आदिवासी महिला सेंगेल अभियान ,कोल्हान की अध्यक्षा प्रेम शिला मुर्मू ने भी कल आत्म दाह की धमकी दे डाली है. प्रेम शिला मुर्मू का दावा है कि वह जमशेदुपर में ही भगवान बिरसा मुंडा की मूर्ति के सामने आत्मदाह करेगी.
क्यों अचानक से तेज हुई सरना धर्म कोड पर आत्मदाह का सिलसिला
ध्यान रहे कि बाबूलाल मरांडी ने मीडिया के साथ अपनी बातचीत में सरना धर्म की मांग को खारिज कर दिया था. उन्होंने कहा था कि इस तरह की मांग तो चलती ही रहती है, और बाबूलाल के इस बयान ने आग में घी के काम किया और पीएम मोदी की यात्रा से ठीक पहले पूरे झारखंड में सरना धर्म कोड और आदिवासी राष्ट्र की मांग एक प्रमुख मुद्दा बना गया.
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