Panta- बालसोर रेल दुर्घटना पर पक्ष विपक्ष की घेराबंदी जारी है, जहां पूरा विपक्ष एक स्वर से रेल मंत्री से इस्तीफे की मांग कर रहा है, वहीं भाजपा यूपीए सरकार के दौरान हुए रेल दुर्घटनाओँ को सामने रख कर विपक्ष की इस मांग को खारिज कर रहा है. उसका दावा है कि यूपीए सरकार के दौरान भी कई रेल दुर्घटनाएं हुई थी, लेकिन तब तो रेल मंत्री का इस्तीफा नहीं हुआ था. भाजपा ने इस्तीफे की मांग को सस्ती राजनीति का हिस्सा बताया है, लेकिन विपक्ष की ओर से पूर्व रेल मंत्री लाल बहादुर शास्त्री और नीतीश कुमार का उदाहरण भी पेश किया जा रहा है, जिनके द्वारा अपने कार्यकाल में हुए हादसे के बाद मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया गया था. विपक्ष एंटी कोलिजन डिवाइस नहीं लगवाये जाने के लिए भी मोदी सरकार को जिम्मेवार बता रही है. उसका कहना है कि यदि एंटी कोलिजन डिवाइस लगवाया गया होता तो सैंकड़ों लोगों की जिदंगी बच सकती थी, लेकिन मोदी सरकार ने रेलवे के लिए अलग से बजट के पेश करने की पंरपरा को ही बंद कर दिया, जिसके कारण रेलवे को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है.
लाशों के बीच लगवाये गये मोदी मोदी के जयकारे
लेकिन इस बीच बालसोर रेल दुर्घटना पर जनाधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने एक बड़ा आरोप लगाया है, उन्होंने कहा कि यह भारत के इतिहास में पहली हुआ है कि जब किसी हादसे के बाद प्रधानमंत्री के स्वागत में जयकारों लगवाये गये हों, उन्होंने कहा कि एक तरफ लोगों की लाश बिखरी पड़ी थी, परिजन अपने संबंधियों की लाश खोजने में जुटे थें, चारो तरफ मातम और चित्कार था, लेकिन जब प्रधानमंत्री मोदी वहां पहुंचे तो भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत मोदी मोदी के जयकारों के बीच किया.
वीआईपी ट्रेनों के लिए सुरक्षा कवच, आम लोगों से जुड़े ट्रेनों की उपेक्षा क्यों?
पप्पू यादव ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से सवाल पूछा कि ट्रेनों में सुरक्षा कवच का क्या हुआ ? क्या सिर्फ लग्जरी ट्रेनों में सुरक्षा कवच लगाया जाएगा, क्या सिर्फ वीआईपी ट्रेनों के लिए सुरक्षा कवच होगा? आम आदमी जिस ट्रेन में सफर करेगा उसमें सुरक्षा कवच नहीं होगा?
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