Ranchi-चंपाई सरकार के शपथ ग्रहण के बाद कांग्रेसी विधायकों की नाराजगी पर तंज कसते हुए भाजपा ने कहा है कि मौजूदा सियासी हालत में कांग्रेस की हालत दूल्हा के फूफा जैसी हो गयी है. जिस प्रकार शादी में दूल्हा का फूफा बात बात पर रुसता है, ठीक वही हालत कांग्रेसी विधायकों की है, सबकी नजर मंत्री की कुर्सी पर है, इनको जन कल्याण से कोई लेना देना नहीं है. मुश्किल यह है कि इनकी नाराजगी के बावजूद भी कोई इनका मान-मनौव्वल करने को कोई तैयार नहीं है, विधायक चार दिन से दिल्ली में डेरा डाले हैं, लेकिन इनकी गुहार नहीं सुनने को कोई सामने नहीं आ रहा. यदि विधायकों ने यही तेवर जन मुद्दों पर दिखलायी होती, तो आज झारखंड की यह दुर्दशा नहीं होती.
बजट का 50 फीसदी हिस्सा भी नहीं खर्च पायी यह सरकार
हालत यह है कि चंपाई सरकार अपने बजट का 50 फीसदी हिस्सा भी खर्च करने में भी नाकामयाब रही है. और यह स्थिति हो भी क्यों नहीं, जब कभी राज्य का सीएम 40 -40 घंटों तक लापता रहता है. तो कभी नाराज विधायकों दिल्ली की दौड़ लगानी होती है. इस हालत में राज्य की व्यवस्था कैसे चलेगी आज का सबसे बड़ा सवाल है. झामुमो कांग्रेस के द्वारा ईडी के दुरुपयोग के दावे पर तंज कसते हुए भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि भ्रष्टाचारियों के बीच ईडी का यह खौफ अच्छा है, 2004-2014 के बीच ईडी ने 5300 करोड़ का कैश और अवैध संपत्ति सीज किया था, वहीं 2014- 2024 में अब तक 1.25 लाख करोड़ की अवैध संपत्ति और कैश सीज किया जा चुका है, ईडी के किसी भी मामले में आरोपियों को सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं मिल रही.
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पिछड़ों के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाना बंद करे चंपाई सरकार
महागठबंधन की सरकार को ठगबंधन की सरकार बताते हुए प्रतुल शाहदेव ने कहा कि पिछड़ों को लेकर घड़ियालु आँसू बहाने वाले घमंडिया गठबंधन सरकार को अपने करतूतों को याद रखनी चाहिए. 14 महीने तक ओबीसी आयोग का अध्यक्ष पद रिक्त रहा. अगस्त, 2023 में कैबिनेट में ट्रिपल टेस्ट करवाने की जिम्मेवारी ओबीसी आयोग पर सौंपी गयी थी. लेकिन उसके बाद आठ महीनों तक आयोग का अध्यक्ष पद को ही खाली रखा गया. पंचायत चुनाव में भी पिछड़ों की हकमारी की गयी और अब वही कहानी नगर निकाय चुनाव में दुहराने की साजिश हो रही है. एक तरफ कोर्ट में नगर निकाय चुनाव में पिछड़ों को आरक्षण देने का शपथ पत्र भरा जाता है, दूसरी ओर चोर दरवाजे से बगैर पिछड़ों को आरक्षण प्रदान किये चुनाव करवाने की साजिश रची जाती है और उसके बाद खुद माननीय सुप्रीम कोर्ट को कड़ी फटकार लगानी पड़ती है.
नेहरु ने क्यों हटाया था जनगणना से जाति का कॉलम
प्रतुल शाहदेव ने कहा कि जातीय जनगणना की बात करने वाली कांग्रेस इस सवाल का जवाब देना चाहिए कि 1951 में कांस्टीट्यूएंट असेंबली के प्रधानमंत्री के रूप में नेहरू ने जनगणना से जाति के कॉलम को क्यों हटाया था? आज भी इस सरकार में दलितों का प्रतिनिधित्व शून्य है, दूसरी ओर मोदी सरकार में 27 ओबीसी मंत्री, एससी मंत्री 12 एवं एसटी मंत्री 8 है. यह कांग्रेस ही थी, जिसने मंडल आयोग की रिपोर्ट को दस वर्षों तक छुपा कर रखा था. 1990 में राजीव गांधी ने लोकसभा में प्रतिपक्ष की नेता की हैसियत से मंडल कमीशन की रिपोर्ट का बिंदुवार विरोध किया था.
झारखंड में 'भागम-भाग' और 'मिस्टर इंडिया' का शो चल रहा है।
प्रतुल ने दावा किया कि झारखंड में कोई सरकार नहीं यह एक फिल्म थिएटर चल रहा है. हर रोज एक नयी मूवी रिलीज हो रही है. फ़िल्म "भागम भाग" की झलक देखने को मिल रही है. पहले मुख्यमंत्री 40 घन्टे भागते रहे. विधायक हैदराबाद भागे. अब फिर कांग्रेसी विधायक दिल्ली भागे-भागे रहे हैं. 'मिस्टर इंडिया' की तरह ही झारखंड सरकार 4 वर्षों तक जनकल्याण और गरीब कल्याण के मुद्दों पर अदृश्य रही, मुख्यमंत्री 40 घंटे अदृश्य होकर फरार रहे तो वही कांग्रेस के विधायक भी 48 घंटे से अदृश्य है.
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