पटना-अपने दिल्ली दौर के बाद पटना लौटे सीएम नीतीश कुमार ने बाबा साहेब भीम राम अम्बेडकर जयंती के अवसर पर इशारों ही इशारों में भाजपा को निशाने पर लिया है. उन्होंने कहा कि हमने सरकार भाजपा के साथ बनाई हो या राजद के साथ, लेकिन कभी भी सुशासन के मूलमंत्र के साथ कोई समझौता नहीं किया, कभी भी पॉलिसी के सवाल पर किसी का हस्तक्षेप स्वीकार नहीं किया, यही कारण है कि सहयोगी दल तो एक-एक कर बदलते रहें, लेकिन सरकार अपनी दिशा में काम करती रही. राज्य को एक निश्चित दिशा में आगे ले जाने की कोशिश जारी रही.
बदलते पार्टनर के बीच नहीं बदली राज्य की नीतियां
उन्होंने कहा कि भाजपा के साथ रहकर जिन नीतियों के सहारे हम बिहार को आगे बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे थें, 2015 में राजद के साथ सरकार बनाने के बाद भी वही नीतियां चलती रही, उसमें कोई बदलाव नहीं हुआ, राजद के साथ रहते हुए सात निश्चय की घोषणा की गयी, लेकिन जब राजद से अलग हट भाजपा हमारा पार्टनर बनी, तब भी सात निश्चय उसी दिशा और गति से आगे बढ़ता रहा, आज फिर से जब हम राजद के साथ मिलकर सरकार चला रहे हैं, तब भी वही नीतियां काम कर रही है. राज्य का विकास और उसकी नीतियों के सवाल पर हमने कभी कोई समझौता नहीं किया.
जंगलराज के अलाप का जवाब देने की कोशिश
ध्यान रहे कि राजद के साथ सरकार बनाने के बाद भाजपा के द्वारा जंगलराज का राग अलापा जा रहा है, भाजपा का दावा है कि राजद के साथ सरकार बनाते ही बिहार में कानून का राज खत्म होता दिख रहा है, अपराधियों का बोलबाला अचानक से बढ़ने लगा है और यह सब कुछ सरकार में राजद के हस्तक्षेप के कारण हो रहा है.
बदलते पार्टनर के बीच बढ़ता रहा मॉडल नीतीश
साफ है कि “भाजपा हो या राजद पॉलिसी के सवाल पर कोई समझौता नहीं” का बयान देकर सीएम नीतीश भाजपा के उस दावे की हवा निकलाने की कोशिश कर रहे थें, उनका इशारा साफ था कि जब आप भी सरकार में थें, तब ही सरकार का मॉडल नीतीश ही था और आज जब राजद के साथ सरकार चलायी जा रही है, सरकार का मॉडल नीतीश ही है, कहीं भी नीतियों के सवाल पर हस्तक्षेप की कोई गुंजाइश नहीं है.
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