रांची(RANCHI)-वैसे तो जब कोई आम इंसान मंदिर-मस्जिद जाता है या किसी धर्म स्थल का दौरा करता है तो अपने और अपने परिजनों के लिए धन-दौलत और बेहतर सेहत की दुआएं मांगता है, लेकिन जब मंदिर जाने वाला लालू हों तो बात कुछ दूसरी ही हो जाती है, लालू का एक अपना अंदाज है, वह मंदिर भी राजनीति के साथ जाते हैं और मंदिर से भी राजनीति निकाल लाते हैं.
इधर पूजा खत्म उधर राजनीति शुरु
यही कारण है कि राजनीति के इस जादूगर की गिनती देश के उन चुनिंदा राजनेताओं में की जाती है, जिनके लिए राजनीति ओढ़ना-बिछौना है, राजनीति ही प्राण है और बैगर इसके जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती. बाबा बासुकीनाथ के दौरे पर भी लालू का यही रुप सामने आया. आज सुबह सुबह जब लालू यादव बाबा के दरबार में पूजा-अर्चना के लिए पहुंचे तो उनके साथ उनकी धर्मपत्नी राबड़ी देवी भी साथ थी. 21 लीटर दूध के साथ बाबा का अभिषेक किया और इधर पूजा खत्म हुई और उधर लालू की राजनीति शुरु हो गयी.
निशाने पर पीएम मोदी
और लालू के निशाने पर और कोई नहीं खुद पीएम मोदी थें, लालू ने कहा कि बाबा से हमने भी देश को एक झूठे प्रधानमंत्री से बचाने की गुहार लगायी है, देश को बचाने का फरियाद लगाया गया, इंडिया गठबंधन के जीत की कामना की है, यह मोदी तो सिर्फ और सिर्फ झूठे बोलता रहता है. दिन हो या रात सिर्फ और सिर्फ झूठ की खेती करता है. पिछले नौ वरसों में कोई काम नहीं किया, आज पूरा देश त्राहिमाम कर रहा है, दलित हो या अल्पसंख्यक आज कोई भी सुरक्षित नहीं है, पूरे देश में भय का माहौल है.
नरेटी पकड़ने का एलान कर मचा चुके हैं सनसनी
यहां बता दें कि लालू यादव कल ही देवघर पहुंच चुके थें, उनकी रात सर्किट हाउस में गुजरी और सुबह सुबह वह बाबा के दरबार में पहुंच गयें. इसके पहले वह चार सितम्बर को सोनपुर के हरिहरनाथ मंदिर में रुद्राभिषेक किया था. और 6 सितम्बर को बेटे तेज प्रताप के साथ बांके बिहारी मंदिर गये थें. जबसे इंडिया गठबंधन का सामने आया है, लालू पीएम मोदी के खिलाफ बेहद आक्रमक है, जब वह मुम्बई बैठक के लिए जा रहे थें, तब उन्होंने यह कह कर सनसनी फैला दी थी कि वह नरेन्द्र मोदी का नरेटी पकड़ने जा रहे हैं. यही उनका अपना देसी अन्दाज है और यही उनकी लोकप्रियता का कारण भी.
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