रांची(RANCHI)- बाबा बासुकीनाथ के दरबार में पूरी श्रद्धा के साथ पूजा अर्चना कर बाहर निकलते ही लालू यादव ने युद्ध का सिंहनाद कर दिया, पीएम मोदी के खिलाफ बेहद आक्रमक नजर आ रहे लालू ने कहा कि अब हम पूजा-पाठ से निपट चुके हैं, बाबा बासुकीनाथ को देश की चाहत से अवगत करवा दिया है, देश के हालत को बदलने की गुहार लगायी है, बाबा के आर्शीवाद के बाद अब युद्ध की रणभेरी बजेगी. इंडिया गठबंधन के पहलवानों का चयन होगा. सीट शेयरिंग को लेकर कहीं कोई विवाद नहीं है, 13 सितम्बर को दिल्ली में कोऑर्डिनेशन कमेटी की पहली बैठक में सब कुछ तय कर लिया जायेगा. हमारी सीट शेयरिंग को लेकर भाजपा को पेट में दर्द लेने की कोई जरुरत नहीं है. हमारी चिंता छोड़ कर वह अपने किले को बचाने की फिक्र करे.
इधर जंग की जमीन तैयार करेंगे लालू उधर नीतीश छोडेंगे मारक यंत्र
लालू यादव ने कहा कि एक तरफ देश में भयकंर गरीबी है, दूसरी तरफ देश विदेश के लोगों को बुलाकर झूठ-मुठ का पैसा बर्बाद किया जा रहा है. पीएम मोदी को बताना चाहिए कि इस तामझाम से गरीबों का क्या फायदा होगा. इस सम्मेलन से उनकी जिंदगी में क्या बदलाव आयेगा. बिहार ने कमर कस लिया है, हम नीतीश साथ साथ खड़े हैं, जल्द ही पूरे बिहार का परिभ्रमण कर हम जंग की जमीन को तैयार करेंगे और नीतीश इसकी रणनीति तैयार करेंगे.
21 लीटर दूध से अभिषेक कर देश दुनिया की बेहतरी के लिए फरियाद
यहां बता दें कि आज सुबह-सुबह लालू यादव अपनी पत्नी राबड़ी देवी के साथ बाबा बासुकीनाथ के दरबार में पहुंचे और 21 लीटर दूध से बाबा को अभिषेक कर देश दुनिया की बेहतरी के लिए फरियाद लगाया. लालू का यह अंदाज एक बार फिर से सुर्खियों में है. आम रुप से जब कोई आम इंसान मंदिर-मस्जिद की शरण में जाता है या किसी धर्म स्थल का दौरा करता है तो अपने और अपने परिजनों के लिए धन-दौलत और सेहत की दुआएं मांगता है, खुद लालू भी किडनी की समस्या से दो चार है, अभी हाल ही में उनकी किडनी का प्रत्यारोपण हुआ है. लेकिन लालू ने अपनी सेहत के बजाय देश की सेहत बदलने का फरियाद लगाया. यही लालू का अंदाज है, और राजनीति का उनका अपना तरीका, वह मंदिर भी राजनीति के साथ जाते हैं और मंदिर से भी राजनीति निकाल लाते हैं.
पूजा खत्म राजनीति शुरु
यही कारण है कि राजनीति के इस जादूगर की गिनती देश के उन चुनिंदा राजनेताओं में की जाती है, जिनके लिए राजनीति ओढ़ना-बिछौना है, राजनीति ही प्राण है, बैगर राजनीति के इनक लिए जीवन की कल्पना भी मुश्किल है. बाबा बासुकीनाथ के दौरे पर भी लालू का यही रुप सामने आया. और लालू के निशाने पर और कोई नहीं खुद पीएम मोदी थें, लालू ने कहा कि बाबा से हमने देश को एक झूठे प्रधानमंत्री से बचाने की गुहार लगायी है, देश की आपसी भाईचारा और सौहार्द को बचाने का फरियाद लगाया गया, इंडिया गठबंधन के जीत की कामना की है, यह मोदी तो सिर्फ और सिर्फ झूठे बोलता रहता है. दिन हो या रात सिर्फ और सिर्फ झूठ की खेती करता है. पिछले नौ वरसों में कोई काम नहीं किया, आज पूरा देश त्राहिमाम कर रहा है, दलित हो या अल्पसंख्यक कोई भी सुरक्षित नहीं है, पूरे देश में भय का माहौल है.
नरेटी पकड़ने का एलान कर मचा चुके हैं सनसनी
यहां बता दें कि लालू यादव कल ही देवघर पहुंच चुके थें, उनकी रात सर्किट हाउस में गुजरी और सुबह सुबह वह बाबा के दरबार में पहुंच गयें. इसके पहले वह चार सितम्बर को सोनपुर के हरिहरनाथ मंदिर में रुद्राभिषेक किया था. और 6 सितम्बर को बेटे तेज प्रताप के साथ बांके बिहारी मंदिर गये थें. जबसे इंडिया गठबंधन का सामने आया है, लालू पीएम मोदी के खिलाफ बेहद आक्रमक है, जब वह मुम्बई बैठक के लिए जा रहे थें, तब उन्होंने यह कह कर सनसनी फैला दी थी कि वह नरेन्द्र मोदी का नरेटी पकड़ने जा रहे हैं. यही उनका अपना देसी अन्दाज है और यही उनकी लोकप्रियता का कारण भी.
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