रांची - झारखंड ,उड़ीसा और पश्चिम बंगाल में शराब के कारोबारी कांग्रेसी सांसद धीरज प्रसाद साहू के यहां 9 दिनों तक छापेमारी चली थी. समाचार माध्यमों में कोई 350 तो कोई 500 करोड़ मिलने की दावा करता रहा लेकिन अब आयकर विभाग ने इस संबंध में अधिकृत रूप से प्रेस विज्ञप्ति जारी की है.
जानिए छापेमारी में क्या कुछ हुआ
आयकर विभाग में कांग्रेसी सांसद धीरज प्रसाद साहू से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की थी यह छापेमारी 9 दिनों तक चली थी ओडिशा पश्चिम बंगाल और झारखंड में विभिन्न स्थानों पर की गई छापेमारी में अरबो रुपए बरामद किए गए इस संबंध में आयकर विभाग ने मुख्यालय स्तर से जानकारी सार्वजनिक की है. आयकर विभाग ने प्रेस इनफॉरमेशन ब्यूरो दिल्ली के माध्यम से प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया है कि शराब के कारोबार से अर्जित धन गैस के रूप में बरामद किए गए हैं तीनों राज्यों में 6 दिसंबर से यह छापेमारी शुरू की गई थी आयकर विभाग के अनुसार 30 से अधिक स्थानों पर आयकर विभाग ने छापेमारी की जो झारखंड उड़ीसा और पश्चिम बंगाल के 10 जिलों में चली थी. आयकर विभाग के अनुसार जितनी बड़ी राशि बरामद की गई है वह अघोषित रकम है और शराब के कारोबार से यह अर्जित की गई थी. उल्लेखनीय है कि कैसे इतनी बड़ी मात्रा में थी कि नोट गिरने वाली मशीन भी थक जाती थी या फिर खराब हो जाती थी. देसी शराब बनाने वाले कंपनियां के कारोबार से यह पैसे कमाए गए थे. आरंभिक जानकारी चाहिए स्पष्ट होता है कि शराब की बिक्री से कमाए गए धन को छुपाने का प्रयास किया गया है.
जानिए क्या कुछ छापेमारी में बरामद की गई
कांग्रेसी सांसद धीरज प्रसाद साहू का देसी शराब का पुराना कारोबार रहा है. इस कारोबार में उनके परिवार के अन्य सदस्यों का भी हिस्सा है. आयकर विभाग की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार 351 करोड़ से अधिक कैश बरामद किए गए हैं इसके अलावा दो करोड़ 80 लख रुपए से अधिक की ज्वेलरी भी बरामद की गई है. यह भी बताया गया है कि 329 करोड रुपए वैसे स्थान से बरामद किए गए हैं जो जहां-तहां छिपा कर रखे गए थे.यह भी बताया गया है कि उड़ीसा के छोटे से शहर में घर से बड़ी मात्रा में कैश बरामद किए गए हैं. उड़ीसा के बोलनगीर जिला के सुधापाड़ा और तितलागढ़ में छोटे से घर में बड़ी मात्रा में कैसे रखे गए थे संबलपुर के खेतरारजपुर से भी बड़ी मात्रा में कैश बरामद किए गए. आयकर विभाग ने यह भी कहा है कि अभी जांच जारी है. उल्लेखनीय है कि धीरज प्रसाद साहू ने वक्तव्य जारी करते हुए कहा कि यह पूरा पैसा उनके परिवार के कारोबार का है और इसका वे हिसाब दे देंगे. गौरतलब है कि साहू परिवार झारखंड के गिने चुने अमीरों के सूची में आते है . आजादी के पहले से ही ये परिवार देशी शराब के कारोबार में ये परिवार अग्रणी रहा है और इनका कारोबार कई राज्यो तक फैला है । कारोबार में आय और ब्यय का ब्यौरा अब इस परिवार के साथ साथ आयकर को बेहतर पता होगा लेकिन जानकारों के मुताबिक इनका कारोबार कई दसको से चल रहा है और साहू परिवार ने इस कारोबार से अकूत संपत्ति अर्जित किया है ।
धीरज साहू का आर्थिक और राजनैतिक कद
शराब के साथ साथ कई अन्य कारोबार भी साहू परिवार के सदस्य कर रहे , इनमें स्कूल , कॉलेज , अस्पताल और होटल का व्यापार शामिल है इसके अतिरिक्त रांची शहर सहित राज्य में राज्य के बाहर भी सैकड़ो करोड़ का भूखंड इस परिवार के पास है । सांसद धीरज साहू का नाम भले ही इस प्रकरण में ज्यादा उछला हो लेकिन आज भी परिवार संयुक्त है और धीरज साहू के छः भाइयो का परिवार पूरे ब्यवसाय में शामिल है । धीरज साहू के पिता अंग्रेजों के जमाने से रईस थे और इन्हें राय साहब के उपाधि से नाबाजा गया था , परिवार का राजनीतिक रसूक भी कम नहीं है , धीरज साहू के बड़े भाई स्वर्गीय शिब प्रसाद साहू राजधानी रांची से दो बार कांग्रेस पार्टी से सांसद चुने गए थे , मंझले भाई गोपाल साहू भी प्रदेश कांग्रेस के बड़े पदाधिकारी थे और भाइयो में सबसे छोटे धीरज साहू पिछले कई टर्म से कांग्रेस कोटे से राज्य सभा सांसद है ।
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