Ranchi-20 जनवरी को सीएम हेमंत से पूछताछ के दौरान सीआरपीएफ का काफिला पहुंचने को सरकार की गलतियों नतीजा बताते हुए राज्यपाल सीपी राधाकृष्ण ने कहा है कि एक तरफ जब केन्द्रीय एजेंसिया सीएम से पूछताछ कर अपने दायित्व का निर्वाह कर रही थी, तो दूसरी ओर सीएम हाउस के बाहर नाच गान हो रहा था. सरकार की इसी गलती के कारण सीआरपीएफ को मोर्चा संभालना पड़ा.
राज्यपाल की भाव भंगिमा में दिखा एक आक्रोश की झलक
सीएम हेमंत से पूछताछ के दौरान सीआरपीएफ की इंट्री को लेकर पूछे गये सवालों का जवाब देते हुए राज्यपाल की भाव भंगिमा से एक आक्रोश की झलक भी देखने को मिल रही थी. शायद वह इस पूरे प्रकरण से खुश नहीं थें, उन्हे राज्य प्रशासन के द्वारा सीआरपीएफ जवानों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाना भी नागवार गुजरा था. और यही कारण है कि सीआरपीएफ की इंट्री को जायज बताते हुए उन्होंने सवाल दागा है कि जब सीएम हेमंत से पूछताछ की औपचारिका पूरी की जा रही थी, उस दरम्यान उनके समर्थकों के द्वारा भीड़ जमा करना और नाच गान का आयोजन करना कितना तर्कसंगत था? यदि सीएम आवास के सामने वह भीड़ नहीं जुटती तो सीएआरपीएफ जवानों को वहां जाने की जरुरत ही नहीं होती. इसके साथ ही राज्यपाल सीपी राधाकृष्ण ने यह भी साफ कर दिया कि भ्रष्टाचार किसी भी रुप में, किसी भी स्तर पर हो, उससे समझौता नहीं किया जा सकता. हमें राज्य की जनता की भलाई पर अपना ध्यान केन्द्रित करना होगा, उनके मुद्दे और उसके समाधान पर अपना फोकस करना होगा. ध्यान रहे कि कल ही गणतंत्र दिवस है, और उसके ठीक पहले महामहिम राज्यपाल ने अपने तेवर से साफ कर दिया है कि आने वाले दिनों में राजभवन और सीएम हाउस के बीच तकरार बढ़ सकती है.
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