Ranchi-हजारीबाग लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी जेपी भाई पटेल को दल बदल मामले में स्पीकर रवीन्द्रनाथ महतो ने नोटिस जारी किया है, पटले को छह जून तक स्वयं या अधिवक्ता के माध्यम से अपना पक्ष रखने का आदेश जारी हुआ है. इसके साथ ही 10वीं अनुसूची के तहत दल बदल की शिकायत करने वाले नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी को भी छह जून स्वयं या अधिवक्ता के माध्यम से अपना पक्ष रखने कहा गया है. इसके पहले जेपी भाई पटले को 2 मई तक अपना अपना पक्ष रखने को कहा गया था. जिसके बाद जेपी भाई की ओर से छह सप्ताह का समय मांगा गया था.
यहां याद रहे कि जेपी भाई पटेल ने वर्ष 2019 में भाजपा के टिकट पर मांडू विधान सभा से जीत हासिल की थी. लेकिन ठीक लोकसभा चुनाव के पहले जेपी भाई पटेल ने दल-बदल करते हुए कांग्रेस का दामन थाम लिया. जिसके बाद कांग्रेस ने उन्हे हजारीबाग से अपना उम्मीदवार बना दिया. यहां यह भी याद रहे कि इसके पहले हजारीबाग से बड़कागांव विधायक अम्बा प्रसाद का मैदान में उतारने की चर्चा तेज थी, लेकिन जैसे ही अम्बा की उम्मीदवारी की चर्चा तेज हुई, अम्बा के आवास पर ईडी की छापेमारी तेज हो गयी, जिसके बाद कांग्रेस के सामने चेहरे का संकट उभरने लगा, इस बीच कांग्रेस ने अप्रत्याशित रुप से भाजपा में सेंधमारी करते हुए जेपी भाई पटेल को अपने साथ कर लिया, जबकि कांग्रेस का दामन थामने के एक दिन पहले तक जेपी भाई पटेल भाजपा उम्मीदवार मनीष जायसवाल के पक्ष में प्रचार प्रसार कर रहे थें, जेपी भाई पटेल के इस दल बदल को भाजपा के लिए करारा झटका माना जा रहा है, क्योंकि हजारीबाग में कुर्मी मतदाताओं की एक बड़ी आबादी है, माना जाता है कि जेपी भाई पटले के साथ ही कुर्मी जाति के मतदाताओं का रुक्षान कांग्रेस की ओर बढ़ सकता है, और यदि ऐसा होता है कि मनीष जायसवाल की राहें मुश्किल हो सकती है.
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