New Delhi- राजधानी दिल्ली में कल की रात एक और बर्बरता देखने को मिली. नवादा सांसद चंदन सिंह की कार से एक शख्स को पूरे तीन किलोमीटर तक घसीटा जाता रहा, पुलिस की तत्परता से किसी प्रकार तीन किलोमीटर के बाद सांसद की कार को रोका जा सका, तब कहीं जाकर कार के बोनेट पर चिपका वह शख्स नीचे उतर सका.
भुक्तभोगी का दावा
कार की बोनेट पर लटकने वाले उस शख्स का दावा है कि सांसद की कार से उसकी कार को पीछे से तीन बार धक्का मारा गया, वह हर बार बचने की कोशिश करता और लेकिन एक के बाद एक तीन बार धक्का जाता रहा. दूसरा कोई विकल्प नहीं देख वह अपनी कार से नीचे उतर कर कार चालक से बात करने की कोशिश करने लगा. लेकिन कार चालक कुछ भी सुनने को तैयार नहीं था, उल्टे उसके द्वारा दबंगई की भाषा बोली जा रही थी, साथ ही साथ वह कार को दौड़ाने की कोशिश भी कर रहा था. किसी भी हालत में वह अपनी कार रोकने को तैयार नहीं था, जिसके बाद उस शख्स ने कार की बोनेट पर लटकने का फैसला कर लिया.
तीन किलोमीटर के बाद सामने से आते दिखा पीसीआर
बोनेट पर लटकता देख कर ड्राईवर को इस बात की समझ आ गयी कि अब उसकी आफत बढ़ने वाली है और उसने कार को दौड़ाने का फैसला कर लिया. लेकिन उस शख्स ने हिम्मत नहीं हारी और पूरी ताकत के साथ कार के बोनेट से चिपक गया. करीबन तीन किलोमीटर के बाद उसे सामने से एक पीसीआर आता दिखा, पीसीआर को इशारा करने के बाद पुलिसकर्मी हरकत में आये और दौड़ती कार का पीछा किया जाने लगा. करीबन आधा किलोमीटर जाते जाते सांसद की कार को ओवरटेक कर रोकने में सफलता मिल गयी. जिसके बाद वह कार से नीचे उतरा. उस शख्स का दावा है कि यह गनीमत रही कि उसे सामने से पीसीआर आता दिख गया और उसके अन्दर हिम्मत आयी, नहीं तो यह रात उसकी जिंदगी की अंतिम रात होती, किसी भी वक्त उसकी जिंदगी जा सकती थी.
#WATCH | Delhi: At around 11 pm last night, a car coming from Ashram Chowk to Nizamuddin Dargah drove for around 2-3 kilometres with a person hanging on the bonnet. pic.twitter.com/54dOCqxWTh
— ANI (@ANI) May 1, 2023
रालोजपा से नवादा संसदीय सीट से सांसद हैं चंदन सिंह
दावा किया जा रहा है कि उस वक्त कार में खुद चंदन सिंह सवार नहीं थे, लेकिन एक बड़ा हादसा इस प्रकार होते होते टल गया. कार का नंबर BR 25 PA 2935 है और कार पर सांसद चंदन सिंह का स्टीकर भी लगा हुआ है.
ध्यान रहे कि चंदन सिंह रालोजपा से नवादा संसदीय सीट से सांसद है, मामले में उनकी सफाई भी आयी है, उनका दावा है कि वह दिल्ली से पटना लौट चुके थें. इस मामले में कार चालक के खिलाफ जो भी कानूनी कार्रवाई बनती है, उसे किया जाने चाहिए. लेकिन सवाल यह है कि क्या किसी सांसद के कार चालक की यह दबंगई उसकी अपनी है, या दबंगता उसे इस विश्वास से आता है कि उसके पीछे एक राजनीतिक शक्ति का वरदहस्त है. और बड़ा सवाल क्या कार चालक रखने के पहले उस चालक के अतीत को खंगाला गया था. बहुत संभव हो कि पहले ही उसके खिलाफ आपराधिक मुकदमें दर्ज हों. खैर अब इस मामले में पुलिस की जांच शुरु हो चुकी है, सनलाइट कॉलोनी थाने में कार चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है.
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