रांची(RANCHI)- मॉनसून सत्र का अंतिम दिन सीएम हेमंत ने 60:40 नाय चलतो के नारों के बीच एक बड़ी घोषणा कर दी, विपक्ष पर हमलावर सीएम हेमंत ने कहा कि 60:40 के नारे से युवाओं को भटकाने की कोशिश बंद कीजिये, सरकार एक भी बाहरी को नौकरी नहीं देने जा रही है. एसटी, एसी और ओबीसी का आरक्षण में विस्तार के लिये भी सरकार प्रयासरत है, अभी 60 फीसदी आरक्षण प्राप्त है, इसका मतलब कदापी नहीं है, इसके बाद की सारी नौकरियां बाहरियों को दे दी जायेगी, यह चालीस फीसदी नौकरियां भी यहां के स्थानीय युवाओं को दी जायेगी, और उसमें भी एसटी, एसी और ओबीसी वर्ग की समुचित भागीदारी होगी, सरकार एक भी बाहरी को नौकरी देने नहीं जा रही है, यह सब कुछ पूर्व की सरकारों में होता था, जब 75 फीसदी तक नौकरियां बाहरी लोगों की दी जा रही थी, हालांकि आज भी कई बार 15 फीसदी तक बाहरी घुस जाते हैं, लेकिन इसका भी समाधान कर दिया जायेगा, किसी भी बाहरी को नौकरी दिये जाने का सवाल ही नहीं है.
खतियान आधारित स्थानीय नीति लागू नहीं होने का जिम्मेवार भाजपा
आरक्षित वर्गों के आरक्षण विस्तार, 1932 के खतियान आधारित स्थानीय और नियोजन नीति लागू नहीं होने के लिए भाजपा को जिम्मेवार बताते हुए सीएम हेमंत ने कहा कि हमने तो इसे विधान सभा से पारित कर राजभवन भेजा था, लेकिन राजभवन के द्वारा उसे वापस कर दिया गया, हर किसी को जानकारी है, यह किसके इशारे पर किया जा रहा है, लेकिन हमारा प्रयास कम नहीं हुआ है, हम अभी भी प्रयासरत है, आर्टिकल 200 के तहत राजभवन को किसी भी विधेयक को विधान सभा को वापस करना होता है, लेकिन यहां सरकार को वापस किया जा रहा है, यदि वह विधान सभा को वापस किया गया होता तो उसे फिर से राजभवन वापस कर दिया जाता, इसीलिए हमारी सरकार ने सभी वापस किये गये विधेयकों को एक बार फिर से राजभवन वापस करते हुए उसे विधान सभा भेजने का आग्रह किया है.
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