पटना(PATNA)- बिहार के एक बेहद छोटे से गांव से निकल कर थियेटर का सफर पूरा करते हुए अपनी बेहतरीन अदाकारी से मुम्बईयां फिल्मों में कहर ढाने वाले बिहार छोरा मनोज बाजपेयी ने राजनीति के गंदे नाले में डुबकी लगाने से इंकार कर दिया है. राजनीति की दुनिया में कदमताल बढ़ाने की तमाम अटकलों को खारिज करते हुए मनोज बाजपेयी ने कहा कि दरअसल जब मैं पिछली बार पटना आया तो बिहार और देश की राजनीति का एक बड़ा चेहरा लालू यादव और उनके बेटे तेजस्व यादव से मुलाकात की थी, हमारी उस बेहद निजी मुलाकात को राजनीति के चश्में से देखा जाने लगा, यह आकलन कर लिया कि 2024 के लोकसभा चुनाव से हमारी राजनीति में इंट्री होने वाली है, लेकिन इन आकलनों का सच्चाई से कोई वास्ता नहीं है. ना तो कल राजनीति में हमारी कोई रुचि थी और ना आज है, हम अपनी एक्टिंग की दुनिया से बेहद खुश है. जब मनोज बाजपेयी से यह सवाल पूछा गया कि क्या वह इस बार भी लालू यादव से मुलाकात के लिए जायेंगे, तो उन्होंने कहा कि इस बार काफी व्यस्त हूं, लेकिन दूर से ही लालू यादव को प्रणाम करता हूं.
अभी हम अपनी एक्टिंग को इनज्वाय कर रहे हैं
मनोज बाजपेयी ने कहा कि आप इसे 200 फीसदी गारटेंड माने कि मैं राजनीति की दुनिया में कदमताल करने नहीं जा रहा हूं, दर्शकों को हमारी एक्टिंग पसंद आ रही है, हम अपनी एक्टिंग को ही इनज्वाय कर रहे हैं. यहां बता दें कि मनोज बाजपेयी इन दिनों अपनी आने वाली फिल्म “एक ही बंदा काफी है” को प्रोमोट करते फिर रहे हैं. फिल्म प्रोमोशन के साथ ही पटना की गलियों में घूम कर अपनी पुरानी यादों को भी ताजा कर रहे हैं. इसी क्रम में वह पटना की मशहूर पोस्ट ग्रेजुएट चायवाली नाज की दुकान पर भी पहुंचे और चाय की चुस्कियों के बीच लोगों से गुफ्तगू किया. “एक ही बंदा काफी है” पर चर्चा की.
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