टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : झारखंड के चाईबासा में पुलिस व नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में नक्सलियों को भारी नुकसान हुआ है. इससे बौखलाकर नक्सली अब ग्रामीणों की हत्या कर रहे है. और दहशत फैलाने का काम कर रहे है. ऐसा ही एक और मामला चाईबासा जिले के गोइलकेरा थाना क्षेत्र के आराहासा पंचायत के सांगाजाटा गांव से सामने आय़ा है. जहां गुरूवार की देर रात जयसिंह अंगरिया नामक व्यक्ति की हत्या कर दी जाती है.
गला रेत कर की गई हत्या
मिली जानकारी के अनुसार नक्सली देर रात जयसिंह अंगरिया के घर आते है और उसे जबरन जंगल में ले जाकर उसकी पिटाई करते है. फिर बाद में उसे पेड़ से लटका कर गला रेत कर उसकी हत्या कर दी जाती है. साथ ही नक्सलियों ने एक हाथ भी काट दिया था. इस संबंध में एसपी आशुतोष शेखर ने कहा कि उन्हें अब तक घटना की सूचना नहीं मिली है. वहीं, डीआइजी अजय लिंडा ने कहा कि जिस युवक की हत्या की बात सामने आ रही है, वह पूर्व में नक्सलियों के लिए काम करता था. लेकिन बाद में वह नक्सली संगठन छोड़ भाग गया था. इसी बीच उसकी मां की तबीयत खराब होने के कारण वह गांव वापस आ गया था. जिसके बाद नक्सलियों ने उसकी हत्या कर दी. घटना के बाद जयसिंह की मां और भाई सहमे हुए हैं.
सप्ताह भर में तीन ग्रामीणों की हत्या
बता दें कि पिछले एक सप्ताह में नक्सलियों ने तीन ग्रामीणों की हत्या कर दी है है. पहली हत्या गोइलकेरा के राजाबासा-लावाबेड़ा गांव में अर्जुन सुरीन की हत्या कर शव को पेड़ से लटका दिया था. जिसके बाद रविवार को मुखबीरी के कारण कांदो सुरीन नामक व्यक्ति की हत्या गला रेतकर कर दी थी. लगातार नक्सलियों के हमले से ग्रामीणों में भय का माहौल है.
प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल
यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि चाईबासा में सुरक्षा बलों के तमाम टुकड़ियां तैनात है और लगातार नक्सल प्रभावित इलाकों में सर्च अभियान चलाया जा रहा है. बावजूद इसके नक्सली बैखौफ होकर अपने गतिविधीयों अंजाम दे रहे है. सुरक्षा व्यवस्था के तमाम दावों को झूठलाते हुए नक्सली वारदात दर वारदात अपनी ताकत का इजहार कर रहे है औऱ पुलिस प्रशासन सर्च अभियान चलाकर औपचारिकता का निर्वाह करती नजर आ रही है. हालत यह है कि एक सप्ताह में अलग-अलग स्थानों पर तीन-तीन ग्रामीणों की हत्या कर दी जाती है औऱ पुलिस तमाशबीन बन औपचारिकता का निर्वाह करती है.
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