तीन दिवसीय महाधिवेशन या 2024 के पहले शक्ति प्रदर्शन! आजसू का महाजुटान भाजपा पर दवाब की रणनीति तो नहीं

आजसू महज अपनी ताकत को उस स्थिति तक पहुंचाना चाहती है, जिससे कि 2024 के पहले वह भाजपा के साथ सौदेबाजी की हैसियत में हो. लोकसभा की चन्द और सीटें उसके हाथो में आ जाय और विधान सभा में उसकी संख्या करीबन एक दर्जन सीटों तक पहुंच जाये,

तीन दिवसीय महाधिवेशन या 2024 के पहले शक्ति प्रदर्शन! आजसू का महाजुटान भाजपा पर दवाब की रणनीति तो नहीं