जातीय जनगणना के बाद अब सीएम नीतीश का “भीम संवाद”, दलित-अतिपिछडों को राजनीतिक भागीदारी देने की कवायद शुरु

भीम संसद के पीछे का विचार समाज में समानता की दिशा में काम करना है, जो हमारी सरकार अपने नारे 'न्याय के साथ विकास' के साथ कर रही है। भीम संसद से पहले अपनी बातचीत में, हम राज्य भर में लोगों से मिल रहे हैं और उन्हें हमारे साथ हाथ मिलाने के लिए कह रहे हैं। हम अपनी नवंबर की बैठक को बड़ी सफलता बनाना चाहते हैं।

जातीय जनगणना के बाद अब सीएम नीतीश का “भीम संवाद”, दलित-अतिपिछडों को राजनीतिक भागीदारी देने की कवायद शुरु