हेमंत पिंटू की दोस्ती: वक्त बदले, हालात बदले, लेकिन बदली नहीं वफादारी, तीन दशक के इस रिश्ते पर अब सवाल क्यों?

पिंटू के विरुद्ध यह छापेमारी और उस पर लटकती गिरफ्तारी की तलवार महज इसलिए है, ताकि पिंटू अपने आप में ही उलझ कर रह जाये और वह सीएम हेमंत का सुरक्षा कवच के रुप में अपनी भूमिका का निर्वाह नहीं कर सकें. उन पर सबसे बड़ा आरोप ईडी अधिकारियों का जासूसी करवाने का है, दावा किया जाता है कि पिंटू श्रीवास्तव की नजर ईडी की हर गतिविधि पर बनी रहती है, लेकिन यह काम तो आज के दिन विपक्ष के सारे दलों की ओर  से किया जा रहा है,

हेमंत पिंटू की दोस्ती: वक्त बदले, हालात बदले, लेकिन बदली नहीं वफादारी, तीन दशक के इस रिश्ते पर अब सवाल क्यों?