सड़कों पर सुनसान है जिंदगी, रास्तों पर पसरा है संनाटा, समझिये कैसे ठंड के दिनों में फुटपात पर सोती है मौत

कहते हैं ना इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में अपने सिर्फ वो होते हैं जिससे आपका मतलब होता है या तो उनको आपसे मतलब होता है. और इसी मतलब की वजह से ना जाने कितने लोग बेमौत मारे जाते हैं. दरअसल, ठंड का मौसम शुरू हो गया है और कई लोग इसे त्योहार की तरह एंजाय कर रहे हैं लेकिन इस हंसती खेलती दुनिया के अलावा एक और अलग दुनिया बसती है जिसे ज्यादातर लोग देखते तो है लेकिन ऐसा प्रतीत करते हैं और करवाते हैं कि उन्होंने कुछ देखा ही नहीं. दरअसल, हम बात कर रहे हैं ठंड के दिनों में हजारों की संख्या में फुटपात पर सोते हजारों-लाखों लोगों की.

सड़कों पर सुनसान है जिंदगी, रास्तों पर पसरा है संनाटा, समझिये कैसे ठंड के दिनों में फुटपात पर सोती है मौत