टीएनपी डेस्क(Tnp desk):-अहमदाबाद में भारतीय टीम क्रिकेट संग्राम के फाइनल मुकबले में 6 विकेट से हार गई. इस शिकस्त के बाद भारतीय क्रिकेट टीम को तो गहरा सदमा लगा ही , साथ ही पूरे देश में सन्नाटा पसर गया है. लगातार दस मैच जीतने के बाद ट्रॉफी वाले मैच में हार जाना किसी को भी नागवार गुजारा. क्योंकि, आमूमन सभी आश्वस्त थे कि भारत तीसरी बार वर्ल्ड चैंपियन बन ही जाएगी. लेकिन, ये अति आत्मविश्वास ही रोहित की सेना के लिए धातक साबित हुआ.
इस मुश्किल वक्त में टीम इंडिया को सहारा पूर्व क्रिकेटर और 2011 के विश्वविजेता टीम के सदस्य रहे धुरंधर बल्लेबाज युवराज सिंह ने हौंसला दिया है .
युवराज ने की हौंसला अफजाई
युवराज सिंह ने अपने एक्स पर इसे लेकर ट्विट किया , जिसमे उन्होंने लिखा कि विश्वकप अभियान के दौरान इस शानदार सफऱ के लिए सभी लोग बधाई के पात्र हैं. बेशक फाइनल मैच हमारे पक्ष में नहीं रहा हो, लेकिन आपने कई ऐसे यादगार पल बनाए जो हमेशा याद रखा जाएगा और हमें गौरवान्वित किया है. एक टीम के रूप में आपने जो हासिल किया उससे आपने पूरे देश को एक साथ ला दिया. आगे बढ़ें और अगले के लिए आगे बढ़ें. इसके साथ ही युवराज ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को विश्व कप 2023 जीतने पर बधाई दी. युवी ने आगे लिखा, वेलडन रोहित शर्मा, जिस तरह से आपने शानदार कप्तानी की और इतिहास रचा. युवराज ने प्लेयर ऑप द सीरीज जीतने पर किंग कोहली को भी बधाई दी और लिखा कि आप इसके लायक हो.
आपको बता दे युवराज सिंह ने 2011 विश्व कप में शानदार प्रदर्शन किया था औऱ मैन ऑफ द सीरीज चुने गये थे. अपनी धुआंधार बैटिंग से युवी ने भारतीय टीम को विश्वविजेता बनाने में अहम किरदार निभाया था.
ऑस्ट्रेलिया ने छह विकेट से जीता फाइनल
अहमदबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने फाइनल मुकाबले में भारत को 6 विकेट से हरा दिया था. इस मैच में सबसे पहले ऑसीज टीम ने 240 रन के स्कोर पर भारत को रोक दिया. इसके बाद संतुलित तरीके से खेलते हुए चार विकेट में ही लक्ष्य हासिल कर छठी बार विश्व विजेता बनने का गौरव हासिल किया. इस मैच में कंगारूओं की तरफ से हीरो बल्लेबाज ट्रेविस हेड रहें, जिन्होंने एक छोर से जमकर पारी तो संभाला ही, इसके साथ ही शतक जड़कर भारत से जीत भी छीन लिया.
इस पराजय के बाद पूरे देश में मातम से माहौल बन गया था, क्योंकि भारतीय टीम एक भी मैच टूर्नमेंट में नहीं गवाई थी. लगातार दस मैच में विजय रथ बढ़ता ही जा रहा था, फाइनल में इस विजय अभियान को ऑस्ट्रेलिया ने रोका और ट्रॉफी पर अपने नाम की इबारत लिख डाली.