टीएनपी डेस्क(TNP DESK): दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत अपनी संस्कृति की वजह से जाना जाता है. यहां महिला और पुरुष सभी को समान अधिकार है. महिलाएं आज नौकरी, पढ़ाई और व्यापार सभी क्षेत्र में पुरुषों से आगे निकल रही हैं. लेकिन अभी भी एक ऐसा क्षेत्र है जहां महिलाएं काफी पीछे हैं. जी हां, हम बात कर रहे हैं ‘राजनीति’ की. राजनीति एक ऐसा क्षेत्र है जहां महिलाओं की हिस्सेदारी आज भी बहुत कम है. इसके पीछे क्या कारण है, क्यों महिलाएं इस क्षेत्र में पुरुषों से पीछे हैं सारी बाते बतायेंगे इस स्टोरी में?
महिला वोटर 48 प्रतिशत के करीब
बता दें कि देश में महिला और पुरुष वोटर लगभग बराबर हैं. महिला वोटर लगभग 48 प्रतिशत हैं, वहीं, पुरुष वोटर 52%. देश में महिलाओं की इतनी बड़ी आबादी होने के बावजूद भी महिलाओं की संख्या सदन में काफी कम है. इसकी सबसे बड़ी वजह है कि महिलाओं को पार्टियों द्वारा टिकट ही बहुत कम दिया जाता है.
जानिए किस सदन में कितने महिलाएं
बता दें कि देश में कुल 29 राज्य हैं और 3956 विधानसभा सीट. वहीं, चार हजार के लगभग विधानसभा होने के बावजूद महिला विधायक मात्र 352 है. इसमें से 122 भाजपा, 69 कांग्रेस और 161 अन्य शामिल हैं. वहीं, लोकसभा में महज 14.94% और राज्यसभा में 14.05% महिला सांसद हैं. इसके अलावा भाजपा की नौ राज्य और कांग्रेस की 12 राज्य में एक भी महिला विधायक नहीं है. बता दें कि ममता बनर्जी की टीएमसी पार्टी से केवल 33 विधायक हैं.
झारखंड की राजनीति का क्या है हाल जानिए
वहीं, बात अगर झारखंड की करें तो यहां कि कुल महिला वोटर 47.4% हैं और महिला विधायक महज 12.35%. देश की सबसे ज्यादा महिला विधायक वाले राज्य की बात करें तो झारखंड तीसरे नंबर पर आता है. वहीं, पहले नंबर पर 14.44% के साथ छत्तीसगढ़, दूसरे नंबर पर 13.70% के साथ पश्चिम बंगाल है. वहीं, छत्तीसगढ़ में महिला वोटर 49.5% और पं. बंगाल में 49% है. चौथे नंबर पर राजस्थान है और पांचवें नंबर पर यूपी है.
झारखंड में कितनी महिला विधायक
झारखंड में कुल 81 विधानसभा सीट है, जिसमें से 11 महिला विधायक हैं. कांग्रेस पार्टी से पांच वहीं, बीजेपी और जेएमएम में तीन-तीन विधायक हैं. वहीं, दो लोकसभा सांसद और एक राज्यसभा सांसद हैं. दरअसल, महिलाओं को टिकट देने के मामले में झारखंड भी काफी पीछे है.
भारत के पड़ोसी देश का हाल जानिए
बता दें कि राजनीति में महिलाओं की भागेदारी की बात करें तो हमारे पड़ोसी देश हमसे आगे हैं. भारत में लगभग 15% महिलाएं सदन में हैं. वहीं, पकिस्तान में यह आंकड़ा 18% के लगभग है. बांग्लादेश में यह आंकड़ा 21% है. वहीं, दुनियाभर की डेटा की बात करें तो वहां का औसतन हिस्सेदारी लगभग 18% है.