रांची(RANCHI): उत्तराखंड के एक टनल में 41 मजदूर पिछले 17 दिन से ज़िंदगी की लड़ाई लड़ रहे है. मज़दूरों को बाहर निकालने के लिए कई तरह के तंत्र का इस्तेमाल किया गया. इसमें हर पल कीमती था. हर एक मिनट मज़दूरों की जान के साथ जुड़ा हुआ है. इसे देखते हुए अमेरिका से भी मशीन मंगाई गई. लेकिन आधे अभियान में ही यह फेल हो गई. आखिर में भारत के जुगाड़ के बदौलत मज़दूरों तक पहुंचने में कामयाबी मिलने वाली है.
कैसे चला अभियान
बताया जा रहा है कि सुरंग के समांतर में एक सुरंग खोदने की शुरुआत की गई. धीरे- धीरे इसमें कामयाबी हासिल होने को है.अब मजदूर 17 दिन बाद खुल हवा में सांस लेंगे. इस अभियान में इंडियन आर्मी की इंजीनियरिंग रेजिमेंट के 30 जवान ने कामयाबी हासिल की है.इस अभियान में जवान बिना किसी मशीन के जुड़े है. सिर्फ अपना हाथ और छेनी हथौड़ा के साथ अब मज़दूरों के नज़दीक है. टनल के करीब करीब 50 एम्बुलेंस को भी तैनात किया गया है.जैसे ही मजदूर बाहर आएंगे उन्हें तुरंत इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा.इसकी भी तैयारी पूरी है.
रिपोर्ट: समीर हुसैन