धनबाद(DHANBAD): पांचवीं विधानसभा में दो सदस्यों की सदस्यता समाप्त कर दी गई है. गुरुवार को स्पीकर ट्रिब्यूनल का फैसला आया. उसके बाद दो सदस्यों की सदस्यता खत्म हो गई. अब यहीं से सवाल खड़ा होता है कि बाबूलाल मरांडी और प्रदीप यादव के बारे में भी क्या ऐसा ही कुछ स्पीकर ट्रिब्यूनल का फैसला आएगा. लोबिन हेंब्रम और जे पी पटेल की सदस्यता खत्म हुई है. उसके बाद सवाल किए जा रहे हैं कि बाबूलाल मरांडी और प्रदीप यादव के संबंध में फैसला कब आएगा. क्या उनकी भी सदस्यता खत्म कर दी जाएगी या नए विधानसभा तक वह विधायक बने रहेंगे.
बाबूलाल मरांडी और प्रदीप यादव के बारे में भी फैसला जल्द आए
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और विधायक प्रदीप यादव के खिलाफ भी दल बदल मामले में स्पीकर ट्रिब्यूनल में सुनवाई हुई थी. स्पीकर ने फैसला सुरक्षित रख लिया था. हो सकता है कि लोबिन हेंब्रम और जेपी पटेल के संबंध में निर्णय के बाद बाबूलाल मरांडी और प्रदीप यादव के बारे में भी फैसला जल्द आ जाए.
बाबूलाल मरांडी जेबीएम के सिंबल पर 2019 में विधानसभा का चुनाव जीते थे. बाद में जेबीएम का विलय भाजपा में कर दिया और खुद भाजपा में शामिल हो गए. प्रदीप यादव जेबीएम से जीतने के बाद कांग्रेस में शामिल हो गए. अब सब की निगाहें स्पीकर ट्रिब्यूनल के फैसले पर टिकी हुई है. यह अलग बात है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के एक विधायक चमरा लिंडा भी लोबिन हेंब्रम की राह पर ही चले थे लेकिन उनके खिलाफ पार्टी ने स्पीकर ट्रिब्यूनल में कोई शिकायत नहीं की. इसलिए चमरा लिंडा की चर्चा नहीं हो रही है.
विधानसभा के 81 सीटों में से सात क्षेत्र खाली
बोरियों के झारखंड मुक्ति मोर्चा विधायक लोबिन हेंब्रम झारखंड मुक्ति मोर्चा में रहते हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़े थे. मांडू के भाजपा विधायक जे पी पटेल लोकसभा चुनाव के पहले कांग्रेस में शामिल हो गए थे. कांग्रेस के टिकट पर हजारीबाग संसदीय सीट से चुनाव लड़े और पराजित हो गए. स्पीकर ट्रिब्यूनल की कार्रवाई के बाद झारखंड विधानसभा की दलीय स्थिति भी बदली है. विधानसभा के 81 सीटों में से सात क्षेत्र खाली हो गए हैं. विधानसभा की वर्तमान सदस्य संख्या अब 74 हो गई है.
लोबिन हेंब्रम के हटने के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा के 26 विधायक रह गए हैं. जबकि भाजपा के 23 हो गए हैं.भाजपा की यह संख्या बाबूलाल मरांडी को शामिल कर और जे पी पटेल को हटाकर हो गई है .प्रदीप यादव को जोड़कर कांग्रेस की सदस्य संख्या 17 हो गई है. आजसू के तीन विधायक हैं. राजद के एक, माले के एक, एनसीपी के एक, निर्दलीय दो सदस्य हैं .स्पीकर ट्रिब्यूनल के फैसले के बाद
लोबिन हेंब्रम और जे पी पटेल अब हाईकोर्ट जाएंगे
लोबिन हेंब्रम ने कहा है कि लोकतंत्र की हत्या हुई है. झारखंड मुक्ति मोर्चा को बाहरी लोग चला रहे हैं. इस सरकार ने झारखंड के लोगों को ठगा है. मेरे साथ एवं मेरे विधानसभा के साथ अन्याय हुआ है. मैं हाई कोर्ट जाऊंगा. दल बदल का कोई मामला नहीं बनता है. मैंने कोई दूसरी पार्टी ज्वाइन नहीं की है. हेमंत सोरेन को विश्वास मत में वोट दिया. अगर मुझसे झारखंड मुक्ति मोर्चा को इतनी दुश्मनी थी तो मेरा वोट क्यों लिया. दूसरी ओर जे पी पटेल ने कहा है कि मेरे मामले में जल्दबाजी क्यों की गई. बदले की भावना से काम हुआ है. बाबूलाल मरांडी और प्रदीप यादव का मामला वर्षों से लंबित है, लेकिन मेरे मामले में जल्दबाजी में स्पीकर ने फैसला सुना दिया. मैं भी हाईकोर्ट जाऊंगा. मैं भाजपा के सचेतक पद से 13 अप्रैल को ही इस्तीफा दे दिया था. कांग्रेस से चुनाव लड़ने की वजह से मेरी सदस्यता खत्म कर देना कतई उचित नहीं है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो