टीएनपी डेस्क: ‘हैलो! मैं मुंबई पुलिस कमिश्नर बोल रहा हूं...’ एक साइबर ठग का कॉल आने पर शख्स अपनी जगह अपने पालतू कुत्ते को वीडियो कॉल पर रख देता है. इसके बाद वह कुत्ते के पीछे से ठग के सवाल का जवाब भी देता है. शख्स का यह तरीका देख कर ठग खुद हैरान हो जाता है और हंसने लगता है. साथ ही बेचारा ठग समझ जाता है कि उसकी दाल यहां गलने से रही और हंस कर फोन काट देता है.
दरअसल, मुंबई के एक युवक को अनजान नंबर से व्हाट्सएप्प पर वीडियो कॉल आता है. जिसके प्रोफ़ाइल फोटो में पुलिस की फोटो लगी हुई होती है. ऐसे में युवक समझ जाता है कि ये कॉल साइबर अपराध का हो सकता है. ऐसे में युवक ने दिमाग लगाया और कॉल रिसीव किया. लेकिन वीडियो कॉल रिसीव कर वह अपनी जगह अपने पालतू कुत्ते को कैमरे के सामने रख देता है. साथ ही वीडियो रिकॉर्ड करने भी लगता है. ऐसे में खुद को कमिश्नर बताने वाला ठग युवक को वीडियो कॉल पर आने को कहता है. लेकिन युवक अपने कुत्ते का चेहरा दिखाते हुए कहता है कि वह ही नीरज है, जो भी कहना है आप कह सकते हैं. इसके बाद तो ठग भी अपनी हंसी कंट्रोल नहीं कर पाया. ठग भी समझ गया कि अब लोग उसके इस झांसे में नहीं आने वाले हैं. इसलिए ठग ने फोन काटना बेहतर समझा. वहीं, युवक ने इस पूरी घटना को रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर भी पोस्ट कर दिया है.
हर दिन बढ़ रहे साइबर ठग के मामले
जैसा कि आप जान ही रहे हैं कि पिछले कई दिनों से साइबर अपराध के मामले बढ़ते जा रहे हैं. साइबर ठग हर दिन किसी न किसी को अपना टारगेट बना उससे लाखों-करोड़ों रुपए एंठ रहे हैं. कहीं फर्जी निवेश का लालच तो कहीं व्हाट्सएप्प पर नकली शादी का कार्ड और तो और फर्जी पुलिस बन लोगों को डिजिटल अरेस्ट करने की कोशिश. साइबर ठग अपनी हर चाल में सफल भी हो रहे हैं. लोगों को डरा-धमकाकर उनसे पैसे लेने व धोखे से सारी जानकारी मांग उनके अकाउंट को साफ कर रहे हैं. साइबर ठगी की कम जानकारी होने के कारण भी लोग आसानी से इन ठगों के झांसे में आ जा रहे हैं. लेकिन शायद अब ऐसा नहीं है. या यूं कहे कि लोग अब जागरूक होते जा रहे हैं और साइबर ठगों के कॉल आने पर उन्हें सबक सीखा रहे हैं. बस जरूरत है तो ऐसे मौकों पर हर किसी को नीरज बनने की.
जी हां, साइबर ठगों से आप भी अपने आप को बचा सकते हैं. बस अपको थोड़ी सी हिम्मत, समझदारी और जानकारी की जरूरत है. फिर ऐसे मामलों में आप भी नीरज की तरह ही आसानी से बच सकते हैं. आपको बस कुछ बातों की जानकारी रखनी है और इससे सावधान रहना है. आज हम आपको बताएंगे इस तरह के स्कैम को पहचानने और इससे बचने के उपाय.
कैसे करें स्कैम की पहचान
- सबसे पहले तो ये बात जान लें कि कोई भी अधिकारी या पुलिस आपको कॉल कर ये नहीं बताएगा कि आपको गिरफ्तार किया जाने वाला है या फिर आपके खिलाफ कोई मामला दर्ज है.
- पुलिस अधिकारी कभी भी आपसे कॉल पर प्रूफ नहीं मांगेंगे. न ही आपसे पैसे ट्रांसफर करने को कहेंगे.
- पुलिस अधिकारी या कोई भी अन्य अधिकारी आप पर पैसे भेजने के लिए दबाव नहीं बना सकते. यदि कॉल पर पुलिस आपसे तुरंत जुर्माना भरने या फिर जांच के नाम पर पैसे भेजने और जरूरी डॉक्युमेंट्स जैसे आधार कार्ड की जानकारी मांगे तो समझ जाएं की यह स्कैम है.
- अगर कॉल पर कोई खुद को पुलिस बता रहा है और वह आपको डराने की कोशिश कर रहा है तो सतर्क रहें.
- इस तरह के स्कैम कॉल अक्सर अनजान या निजी नंबरों से ही आते हैं. ऐसे में नंबर चेक कर ही कॉल उठायें.
स्कैम से बचने के उपाय
- इस तरह के कॉल आने पर कोई भी जानकारी शेयर न करें. अगर आपको पैसों के लिए दबाव बनाया जाता है तो तुरंत पुलिस स्टेशन जाएं. किसी भी हाल में सामने वाले की बात पर न आएं.
- अक्सर सोशल मीडिया पर कई तरह के ऑफर्स और डिस्काउंट वाले विज्ञापन और नौकरी के लिए पोस्ट शेयर किए जाते हैं. ऐसे पोस्ट पर क्लिक करने से बचें. क्योंकि, इस तरह के पोस्ट स्कैम भी हो सकते हैं. जांच पड़ताल के बाद ही इस तरह के पोस्ट पर क्लिक करें.
- कभी भी मैसेज या ई-मेल में आए अनजान लिंक पर क्लिक न करें. न ही कॉल पर किसी के साथ भी अपनी बैंक डिटेल्स और अन्य जरूरी डिटेल्स शेयर करें.
- अगर आपको किसी भी तरह का स्कैम कॉल आए तो तुरंत अपने नजदीकी साइबर क्राइम विभाग में जाकर शिकायत दर्ज कराएं. आप ऑनलाइन साइबर क्राइम के पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
- किसी भी अनजान कॉल या मैसेज पर जानकारी शेयर करने से पहले उसके आधिकारिक स्रोत की जांच कर लें. हमेशा आधिकारिक स्रोतों पर ही भरोसा करें.
- ध्यान रखे कि, लोगों में डर और भ्रम फैलाकर उन्हें ठगने का एक तरीका है डिजिटल अरेस्ट स्कैम. अगर आप सावधानी, सतर्कता और सही जानकारी रखेंगे तो आप आसानी से ऐसे स्कैम से बच सकते हैं.