TNP DESK: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है. एक मुस्लिम युवक का दावा है कि उसका लिंग परिवर्तन उसकी मर्जी के बिना कर दिया गया. इस घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है और लोग इस अन्याय के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं.
जानिए पूरी कहानी
कहानी की शुरुआत होती है जब 20 वर्षीय फैजान (काल्पनिक नाम) ने अपने दोस्त ओमप्रकाश के साथ एक सामान्य दिन बिताया. ओमप्रकाश ने उसे बताया कि उसे एक गंभीर बीमारी है और उसे तुरंत अस्पताल जाना चाहिए. फैजान, अपने दोस्त पर विश्वास करते हुए, उसके साथ अस्पताल चला गया.
अस्पताल पहुँचने पर, डॉक्टरों ने फैजान की जांच शुरू की और उसे एक विशेष उपचार की आवश्यकता बताई. फैजान को बेहोश कर दिया गया और जब वह जागा, तो उसने पाया कि उसका लिंग बदल दिया गया है. यह स्थिति उसके लिए एक बड़ा सदमा थी.
फैजान का दावा है कि ओमप्रकाश ने उसके साथ धोखा किया और डॉक्टरों के साथ मिलकर उसका लिंग परिवर्तन करा दिया. ओमप्रकाश ने बाद में फैजान से कहा, "तुम अब बदल गए हो और तुम्हें कोई नहीं अपनाएगा, तो बेहतर है कि तुम मेरे साथ रहो और मुझसे शादी कर लो."
यह सुनकर फैजान का गुस्सा और बढ़ गया. उसने तुरंत इस बात की जानकारी अपने पिता को दी. फैजान के पिता ने इस गंभीर मामले की शिकायत पुलिस से की और न्याय की मांग की. इस घटना के बाद मुजफ्फरनगर के इलाके में उबाल आ गया. लोग ओमप्रकाश और संबंधित अस्पताल के खिलाफ आंदोलन करने लगे. उन्होंने अस्पताल पर आरोप लगाया कि उन्होंने पैसे के लालच में आकर ऐसा अनैतिक काम किया है. लोगों की मांग है कि इस मामले की सख्त जांच की जाए और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए.
पुलिस ने फैजान के बयान के आधार पर ओमप्रकाश और अस्पताल के डॉक्टरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. जांच चल रही है और पुलिस ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. इस घटना ने मेडिकल नैतिकता और व्यक्तिगत अधिकारों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. फैजान और उसका परिवार न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं, जबकि पूरा मुजफ्फरनगर उनके समर्थन में खड़ा है. इस मामले ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि सामाजिक जागरूकता और न्याय के प्रति संघर्ष ही सही रास्ता है.