टीएनपी डेस्क(Tnp desk):-बिहार का शिक्षा विभाग, इसकी व्यवस्था, शिक्षकों के समय-समय पर आते कारनामे और मिड डे मिल की गड़बड़ियां अक्सर सुर्खियां बटोरते रहती है. कुछ न कुछ अजीबो-गरीब हरकते ऐसे अक्सर आते ही रहते हैं, जो चर्चा का विषय बनकर लोगों के जहन में बनीं रहती है. अभी बिहार के शिक्षा के मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर का रामचरित मानस को लेकर विवादित और बेतुकी बयानबाजियां लोगों की निगाहों में खटक रहीं हैं. उन्होंने रामचरितमानस को पोटाशियम साइनाइड बोलकर सनसनी फैला दी थी औऱ हमेशा विरोध करते रहने की बात बोली थी. चंद्रशेखर रामचरितमानस को समाज में नफरत फैलाने वाला और बांटनेवाला ग्रंथ भी बता चुके हैं. उनके बेतुके बोल से तो उनकी फजीहत और किरकिरी हो ही रही है. इधर, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के बीच टकराव औऱ तनातनी ने तो अच्छा-खासा बवंडर पैदा कर दिया है. दरअसल, बिहार के शिक्षा में सुधार के लिए केके पाठक के द्वारा लिए जा रहे फैसले से भी लोग हैरान हैं.
जब शिक्षा विभाग पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार औचक निरीक्षण सचिवालय समेत विभागों की कुछ दिनों से कर रहें हैं. इस दरम्यान मंगलावर को उन्होंने शिक्षा विभाग का अचानक जायजा लिया. यकायक उनके आने से अफरा-तफरी औऱ कर्मचारियों में हंड़कप मच गया. इस दौरान मुख्यमंत्री शिक्षा मंत्री जी के कक्ष में भी गये, तो प्रोफेसर चंद्रशेखर साहब गायब थे. एक अधिकारी ने बताया की मंत्री जी अभी नहीं आए हैं. चिफ मिनिस्टर ने हैरानी जताते हुए एक अफसर को शिक्षा मंत्री को फोन लगाने के लिए कहा. जब एजुकेशन मिनिस्टर से उनकी बात हुई, तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नसीहत वाले अंदाज में पूछा कि आखिर आप दफ्तर में क्यों नहीं है ?. बिफरते हुए उन्होंने यह भी कहा कि हम यहां घूम रहें है और आप बाहर हैं, समय पर आया कीजिए.
के.के पाठक मिले नदारद
शिक्षा मंत्री की गैरमौजूदगी से झल्लाएं मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव केके पाठक के ऑफिस की ओऱ भी चक्कर लगा गए. लेकिन, वो भी मौजूद दिखाई नहीं पड़े, मालूम हुआ कि पाठक साहब दिल्ली गये हुए हैं. इसके बाद शिक्षा विभाग के ही एक अन्य अधिकारी बैद्यनाथ यादव के कक्ष की ओर बढ़े, वो भी उस समय तक नहीं पहुंचे थे.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उद्योग विभाग और भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी के कक्ष में गये औऱ निरीक्षण किया. हालांकि, मंत्री अशोक चौधरी भी नदारद अपने ऑफिस में थे. हालांकि, दो मिनट बाद वे पहुंचे तो मुख्यमंत्री नीतीश ने उन्हें कहा कि आज आपको अनुपस्थित ही माना जाएगा.