टीएनपी डेस्क (TNP DESK):- मणिपुर में महिलाओं का नग्न वीडियों एक करारा तमाचा है . उस सभ्य समाज पर , उस सरकार पर और उस पुलिस औऱ उस कानून पर जो आंखे बंद करके महीने भर से ज्यादा चुप रही . जानकर तमाशा देखते रही, मानों शर्म बेचकर मौज कर रही हो. शर्मसार करने वाले औऱ झकझोर कर देने वाला ये वीडियों ये बताता है कि इंसानियत की किस तरह मर गयी है, जो चीख-चीख कर इसे बचाने की गुजारिश कर रही है . सवाल है कि आखिर मणिपुर का पुलिस प्रशासन , कानून औऱ राज्य सरकार क्या कर रही थी. क्यों उन वहशी दरिदों,जानवरों औऱ राक्षसों को पकड़ा नहीं गया. क्यों खुलेआम मानवता के दुश्मन आजाद घूमते रहे. क्यों पुलिस प्रशासन ने पकड़ने में मुस्तैदी नहीं दिखायी और खुद को बेफ्रिक नजर आई . सवाल ये भी है कि क्या वीडियों आने के बाद ही लोग जागेंगे, कानून अपना काम पहले से नहीं कर सकती थी. क्या नेशनल मीडिया पर खबरे चलने के बाद ही सरकारें नींद से जागेगी जब देश इन महिलाओं की नग्नता पर शर्मा जाएगा , पीड़ा से उबल जाएगा औऱ सड़क चीख-चीख कर इंसाफ की गुहार लगायेगा, तब सरकार, हमारा प्रशासन और मुलाजिम हरकत में आयेंगे. प्रश्न कई सिर उठा रहे है , जिसका जवाब किसी को नहीं मिल रहा . क्या उन महिलाओं को बारे में सोचा गया, जिसने जिंदगी के सबसे तल्ख तजुर्बे को भोगा औऱ आज इसे समेटकर सुबक-सुबक कर रो रही ही . उसे इंसाफ की दरकार थी, लेकिन, वह गुमसुम अपनी जिंदगी घुट-घुट कर जी रही है. जो जीते जी मौत सरीखी है.
4 मई का था वीडियो
ये शर्मनाक घटना 4 मई को घटी, हंगामा तो वीडियों का 20 जुलाई को वायरल होने के बाद मचा . सोचिए क्या हुआ होगा उस दिन जब दरिदों की भीड़ ने महिलाओं के साथ नंगा नाच किया, आबरू नोची औऱ बदन के कपड़े उतारकर फेंक दिए. शर्म-मर्यादा की दीवार लांघ गए , औऱ एक इंसान होने के फर्ज को भूला दिया.
ढाई महीने से जल रहा मणिपुर
मणिपुर ढाई महीने से ऊपर वक्त से जल और सिसक रहा है , अभी तक 160 से अधिक लोगों ने ने बेवजह अपनी जान गंवा चुकें हैं . झुलासने वाली हिंसा की तस्वीर समय-समय पर आते रहती है. इसके जख्म कब भऱेंगे औऱ इसकी आग की तासीर कब ठंडी होगी . यह सवाल बनकर देश औऱ दुनिया में घूम रहा है. राज्य सरकार औऱ न ही केन्द्र सरकार ने इस पर गंभीरता दिखाई . अगर शुरुआत में ही हम जाग जाते तो शायद मणिपुर के माथे पर लगा जख्म गहरा नहीं होता . उसकी मरहम पट्टी कर शांति, प्यार औऱ भाईचारा लौट आता . लोग पहले की तरह अमनपसंद जिंदगी खुशगवार तरीके से जी रहे होते.
आज पूरा देश,सरकार, राजनेता और अदालतों की निगाहें मणिपुर पर है . वह प्रदेश जो अपनी खूबसूरती के लिए सुर्खियों बटोरता रहता था. लेकिन, आज यहां की धरती खून के छीटों से लहुलहान हो गयी है. जहां डर ने बसेरा ले लिया और इंसानियत कही दूर चली गई है . आज मणिपुर को मोहब्बत, अमन, खुशी और भाईचारे का इंतजार है ,ताकि एकबार फिर मणिपुर उसी तरह खूबसूरत दिखे जो ढाई महीने पहले था .
रिपोर्ट-शिवपूजन सिंह