रांची (TNP Desk) : झारखंड में बीते कुछ सालों से नक्सलियों का खात्मा लगभग हो चुका है. कुछ इलाकों को छोड़ दें तो नक्सली अब राज्य में नहीं है. नक्सली वारदात कम होने की वजह से लोगों के जीवन में भी काफी बदलाव आया है. यही कारण है कि अब लोग भयमुक्त होकर जी रहे हैं. दरअसल, झारखंड में कभी नक्सलियों का वर्चस्व काफी ज्यादा था. लोग शाम होते ही घर से निकलना बंद कर देते थे. शहर हो या गांव हर जगह एक समय में इसकी पहुंच थी. नक्सलियों के डर के कारण गांव तो छोड़िये शहर के लोग भी भयभीत रहते थे. लेकिन बदलते समय के अनुसार उनकी सोच में भी बदलाव हुआ. उन्हें भी लगने लगा कि हम जो कर रहे हैं गलत कर रहे हैं. तो उन्होंने भी सरेंडर करने का संकल्प लिया. इस बीच सरकार ने आत्मसमर्पण नीति योजना लेकर आई, जिससे प्रभावित होकर कई नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया. जिससे उसके संगठन की कमर ही टूट गई. राज्य में अब कुछ ही संगठन सक्रिय है जो समय-समय पर घटना को अंजाम देते हैं.
भयमुक्त माहौल में मतदान करने की अपील
कुछ दिनों के बाद लोकसभा चुनाव शुरू हो जाएगा. इसको लेकर शहर से लेकर गांव तक जागरुकता अभियान पुलिस के द्वारा चलायी जा रही है. पुलिस के द्वारा लोगों से भयमुक्त माहौल में मतदान करने की अपील की जा रही है.
नक्सल प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण
धनबाद एसएसपी एचपी जनार्दनन के निर्देश पर पुलिस अधिकारी अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र मनियाडीह थाना क्षेत्र के पलमा, नवादा, नेमोरी, बस्तीकुल्ही, जीतपुर आदि का दौरा करते हुए निरीक्षण किया. पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय 2 संदीप कुमार गुप्ता के नेतृत्व में पुलिस बल ने मनियाडीह थाना क्षेत्र में पड़ने वाले नक्सल प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया. पुलिस उपाधीक्षक ने सभी गांवों में बूथों का निरीक्षण कर सुरक्षा के अलावा बुनियादी सुविधाओं का जायजा लिया. पुलिस अधिकारियों ने स्थानीय ग्रामीणों से बातचीत की और इलाके के बारे में जानकारी जुटाई. पुलिस ने लोगों को सुरक्षा का भरोसा दिलाते हुए मुसीबत की स्थिति में हरसंभव मदद का आश्वासन भी दिया.
भयमुक्त वातावरण में होगा लोकसभा चुनाव
पुलिस उपाधीक्षक संदीप गुप्ता ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि आगामी लोकसभा चुनाव 2024 भयमुक्त वातावरण में संपन्न होगा. इसके लिए पुलिस कृतसंकल्पित है. पुलिस ने लोगों से चुनाव के दौरान भारी संख्या में मतदान करने की अपील भी की. पुलिस अधिकारियों ने सामुदायिक पुलिसिंग को बढ़ावा देते हुए जनता के साथ मिलकर पुलिस और आम जनता के बीच आपसी सहयोग की भावना विकसित करने पर जोर दिया.
लोगों में नक्सलियों का खौफ खत्म
गांव में पुलिस के पहुंचने से लोगों को काफी हिम्मत मिला है. उन्हें अब नक्सलियों का खौफ नहीं है. ग्रामीण भी पुलिस को सहयोग करने की बात कह रहे हैं. इस बार के लोकसभा चुनाव में मतदान के लिए बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने की बात कर रहे हैं. अब देखना होगा कि आने वाले लोकसभा चुनाव में ग्रामीणों का मत प्रतिशत कितना रहेगा.