टीएनपी डेस्क: अभी के समय में खाने पीने की हर चीज में मिलावट हो गया है. मतलब कोई भी चीज शुद्ध नहीं है. चाहे वह सब्जी हो, दूध हो मिठाई हो, हर चीज में मिलावट हर चीज में केमिकल का इस्तेमाल किया जा रहा है. खुद को मजबूत और स्वस्थ रखने के लिए हम जो दूध पी रहे हैं उसमें भी केमिकल मिलाकर लोगों के जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. आजकल तो कई कंपनियों के दूध मार्केट में आ गए हैं. ऐसे में लोगों का असली दूध और नकली दूध में पहचान कर पाना मुश्किल हो गया है. हाल ही में खाद्य सुरक्षा विभाग ने उत्तर प्रदेश के बुलंद शहर में एक ऐसे ही मामले का भंडाफोड़ किया है.
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में एक कारोबारी नकली दूध बनाने के लिए केमिकल तैयार करता था. वह कुछ केमिकल मिलाकर फाइनल केमिकल तैयार करता था. जिससे कि नकली दूध तैयार होता था. इस 1 लीटर कमिकल से 500 लीटर नकली दूध तैयार होता था जिसे दिल्ली और नोएडा में सप्लाई किया जाता था.
एक लीटर केमिकल से 500 लीटर नक़ली दूध तैयार किया जा रहा है. हैरान करने वाली बात यह है की मशीन भी इस नक़ली दूध को नहीं पकड़ पा रही है. बुलन्दशहर में छापेमारी के दौरान नक़ली दूध बनाने वाली फ़ैक्ट्री का खुलासा हुआ है.
— Priya singh (@priyarajputlive) December 8, 2024
आप डेमो देख लीजिए. समझ जाएंगे कि नक़ली दूध कैसे तैयार हो रहा है.… pic.twitter.com/Pc2APX4VUd
जब छापेमारी हुई तब खुलासा हुआ कि अजय अग्रवाल काफी लंबे समय से यह अवैध कारोबार कर रहा है. उसके गोदाम में तैयार होने वाली डेरी उत्पाद उसके ही दुकान में बेची जाती थी. अधिकारियों ने बताया कि जलसाज का यह नेटवर्क दिल्ली एनसीआर नोएडा तक फैला हुआ था. अधिकारियों ने बताया कि यह प्रक्रिया इतनी खतरनाक है कि महज़ 2 मिनट में 1 लीटर नकली दूध तैयार किया जा सकता था. अधिकारियों ने जो केमिकल बरामद किए हैं उसमें स्कीम्ड मिल्क, कास्टिक पोटाश, मट्ठा पाउडर और सोया रिफाइंड जैसे हानिकारक तत्व शामिल थे. इस वीडियो को एक ट्विटर यूजर ने भी अपने हैंडल पर शेयर कर लिखा है कि 1 लीटर केमिकल से 500 लीटर नकली दूध तैयार किया जा रहा है. हैरान करने वाली बात यह है की मशीन भी इस नकली दूध को नहीं पकड़ पा रही है. अब आप सोच सकते हैं तो जिसे लोग दूध समझ कर पी रहे थे असल में वो दूध नहीं बल्कि कमिकल था.
वीडियो वायरल होने के बाद देखिए लोगों ने क्या कहा
एक ने कहा- दूध को इस फैक्ट्री के मालिक, कर्मचारियों, उनके परिवारों और बच्चों को पिला.देना चाहिए जबर्दस्ती
दूसरे यूज़र ने कहा- पैसे के लिए दूसरों की जान से खेलने में भी कोई संकोच नहीं. सीधे सीधे हत्या का मुकदमा दायर होना चाहिए. ऐसे लोग आतंकवादियों से कम गुनाहगार नहीं हैं.
तीसरे ने लिखा- ये सीधा सीधा लोगों के स्वास्थ्य के साथ छेड़छाड़ करने का मामला है. ना जानें अभी तक कितनों लोगों ने नकली दूध का सेवन कर लिया होगा. कितने लोग बीमार पड़ चुके होंगे यां पड़ने जा रहें होंगे. नकली दूध बनाने वाले इन सभी के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए.
वहीं कुछ लोगों का कहना है कि बिना अधिकारियों की मिलीभगत के ये काम आसान नहीं है,सबकी जांच होनी चाहिए.