टीएनपी डेस्क(TNP DESK): कोरोना महामारी के दौरान पूरे विश्व ने एक ऐसा सफर देखा जो शायद ही कोई भूल पाए. इस महामारी की वजह से भारत के लाखों लोगों ने अपनी जान गंवाई तो कई काफी बीमार हुए. वहीं, इस दौरान लाखों-करोड़ों लोगों ने अपनी नौकरी गंवाई और बेरोजगार हुए. दरअसल, कोरोना महामारी के दौरान भारत के ज्यादातर कंपनियां बंद थी और महामारी के खत्म होते-होते और धीरे-धीरे सब कुछ सामान्य होने लगा लेकिन इस दौरान कई कंपनियां बंद हो गई तो कई कंपनियों ने कर्मचारी की संख्या कम कर दी जो अभी तक जारी है. अभी भी ज्यादातर कंपनियां सीमित कर्मचारियों से ही काम चला रहे हैं. ऐसे में बेरोजगारों की संख्या काफी ज्यादा हो गई है. हम आपको इस स्टोरी में भारत की बेरोजगारी दर के बारे में बतायेंगे. इसके अलावा झारखंड में रोजगार की क्या हालात है इसके बारे में भी बतायेंगे.
भारत की बेरोजगारी दर 6.43 प्रतिशत
सीएमआईई(CMIE) ने 2022 के रोजगार आंकड़े जारी करते हुए कहा कि अगस्त में बेरोजगारी दर 8.3 फीसदी थी लेकिन सितंबर के महीने में रोजगार में सुधार हुई और बेरोजगारी का आंकड़ा घटकर 6.43 फीसदी पर आ गया. दरअसल, ये सुधार शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़तरी की वजह से ही संभव हो पाया है.
झारखंड में बेरोजगारी दर 12.2 फीसदी
बता दें कि बोरोजगारी दर में राज्यों की बात करें तो सबसे अधिक बेरोजगारी दर राजस्थान 23.8 प्रतिशत रही, जबकि जम्मू कश्मीर में यह 23.2 फीसदी, हरियाणा में 22.9 फीसदी, त्रिपुरा में 17 फीसदी, झारखंड में 12.2 फीसदी और बिहार में 11.4 फीसदी रही. वहीं, सबसे कम बेरोजगारी दर वाली लिस्ट में छत्तीसगढ़ में 0.1 फीसदी बेरोजगारी के साथ अवव्ल पर रही. वहीं, असम में बेरोजगारी दर 0.4 फीसदी, उत्तराखंड में 0.5 फीसदी, मध्य प्रदेश में 0.9 फीसदी, गुजरात में 1.6 फीसदी, मेघालय में 2.3 फीसदी और ओडिशा में 2.9 फीसदी रही. बता दें कि ये रिपोर्ट सीएमआईई की ओर से जारी सिंतबर महीने के अनुसार है.
कई बड़ी कंपनियों ने की छटनी
बता दें कि हाल के दिनों में भी कई बड़ी कंपनियों ने अपने कर्मचारियों की छटनी की है. जिसमें ट्वीटर से लेकर अमेजन जैसे कंपनियां शामिल हैं, ऐसे में ये आने वाले समय में और बढ़ती बोरोजगारी दर की ओर संकेत देता है.